आर्टिकल 370 हटने के बाद, Memes और नक़ली विज्ञापन रुके नहीं थे कि नेताओं के बिगड़े बयान भी आने लगे.
कार्यकर्ता उत्सुक हैं और जो कुंवारे हैं, उनकी शादी वहीं करवा देंगे, कोई दिक्कत नहीं है. क्या दिक्कत है? वहां महिलाओं पर कितने अत्याचार होते थे. पहले कश्मीर की लड़की अगर उत्तर प्रदेश के छोरे से शादी कर ले तो उसकी नागरिकता ख़त्म मानी जाती थी. भारत की नागरिकता अलग, कश्मीर की अलग क्यों? हमारे जो भी मुस्लिम कार्यकर्ता हैं उनको भी ख़ुशी मनानी चाहिए. शादी वहां करो न, कश्मीरी गोरी लड़की से. ख़ुशी मनानी चाहिए, चाहे कोई हिंदू हो या मुसलमान. ये पूरे देश के लिए उत्सव का विषय है.
-विक्रम सिंह सैनी
अब हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी मिलता-जुलता बयान दे डाला है. India Today की रिपोर्ट के अनुसार, फ़तेहाबाद में महर्षि भागीरथ जयंती समारोह में एक राज्य स्तरीय समारोह में खट्टर ने कहा,
यहां देखिए वीडियो-
खट्टर लड़कियां लाने वाली बात बिना कहे भी राज्य के बेहतर लिंगानुपात के बारे में बता सकते थे. यहां लड़कियां लाने की बात क्यों आई ये हमारी समझ के परे है.
बहुत सी रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि खट्टर ने कश्मीर से लड़कियां लाने की बात कही है. जबकि खट्टर इस वीडियो में सिर्फ़ दूसरे लोगों द्वारा कही जा रही बात को Quote कर रहे हैं.
खट्टर के इस बयान पर ट्विटर जनता का गुस्सा फूट पड़ा-
हमारा मानना है कि खट्टर को मुख्यमंत्री होने के नाते इस तरह के बयान देने से पहले उन्हें एक बार ज़रूर सोच लेना चाहिए.