27 फ़रवरी को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया था. इस हादसे में पायलेट सिद्धार्थ वशिष्ठ समेत 4 अन्य सैनिक शहीद हो गए थे. आज शहीद स्क्वाडर्न लीडर सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर उनके घर चंडीगढ़ पहुंचा. जहां उनका अंतिम संस्कार गॉर्ड ऑफ़ ऑनर के साथ किया गया.
चंडीगढ़ में बने वायुसेना के एयरबेस पर सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर लेने उनकी पत्नी आरती वशिष्ठ परिजनों के साथ पहुंची थी. सिद्धार्थ की पत्नी भी एयरफ़ोर्स में पायलेट हैं. अपने पति को श्रद्धांजलि देने वो वर्दी में ही पहुंची थीं.
शहीद सिद्धार्थ को अंतिम विदाई देने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी थी. पंजाब के गवर्नर वी.पी. सिंह बदनौर भी उन्हें पुष्पांजलि देने पहुंचे थे. शहीद को एयरफ़ोर्स के अधिकारियों ने गॉर्ड ऑफ़ ऑनर दिया और उसके बाद उनके पिता ने मुखाग्नी.
पिछली चार पीढ़ियों से उनका परिवार भारतीय सेना की सेवा कर रहा है. उनकी पत्नी भी एयरफ़ोर्स में तैनात हैं. सिद्धार्थ के पिता ने 1971 में हुए भारत पाकिस्तान के युद्ध में हिस्सा भी लिया था.
सिद्धार्थ को इसी साल जनवरी में केरल में आई बाढ़ के दौरान उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया था. उन्होंने साल 2010 में भारतीय वायुसेना जॉइन की थी.