अमानवीय और अनैतिक: इस अस्पताल में मरीज़ की कटी हुई टांग को तकिये की तरह इस्तेमाल कर रहे थे डॉक्टर

J P Gupta

लगता है हमारे स्वास्थ्य अधिकारी पिछली ग़लतियों से सीख नहीं लेते. पिछले साल यूपी के गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दर्जनों बच्चों की मौत की भयावह घटना के बाद, वहां से एक और शर्मनाक घटना सामने आई है. झांसी के मेडिकल कॉलेज में एक दुर्घटना के शिकार हुए व्यक्ति को तकिये की जगह कटा हुआ पैर लगाने का मामला सामने आया है.

दरअसल, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में एक एक्सीडेंट में घायल हुए बस के क्लीनर को लाया गया. यहां डॉक्टर्स को उसकी जान बचाने के लिए, उसका एक पैर काटना पड़ा, लेकिन हद तो तब हो गई जब मरीज़ को अटेंड कर रहे स्टॉफ़ ने उसके कटे हुए पैर को ही तकिये की तरह इस्तेमाल किया.

अस्पताल के स्टाफ़ द्वारा ऐसी अमानवीय हरकत करने की फ़ोटो और वीडियो सामने आने के बाद, अस्पताल प्रशासन की नींद टूटी और आनन-फ़ानन में पूरी घटना की जांच के आदेश दिये गए. साथ ही मौके पर मौजूद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया. 

Channelnewsasia

वहीं पीड़ित के परिजनों का कहना है कि उन्होंने हॉस्पिटल के कर्मचारियों को ऐसा नहीं करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने परिजनों की एक न सुनी. जबकि मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल साधना कौशिक ने कहा, ‘मरीज़ को तुरंत मेडिकल सहायता प्रदान की गई थी, लेकिन तकिये की जगह पैर का इस्तेमाल हमारे स्टाफ़ ने नहीं किया. ऐसा मरीज़ के परिवार वालों ने किया था. फ़िलहाल मामले की जांच के आदेश दिये जा चुके हैं. साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है. अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी’.

Rt

गौरतलब है कि, यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है. यहां के सरकारी अस्पतालों में मुठ्ठी भर डॉक्टर्स के ऊपर लाखों लोगों के इलाज का दबाव होता है, लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं कि किसी मरीज़ के साथ इस तरह की संवेदनहीनता दिखाई जाए. 

Source: ANI

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे