बंदर की शवयात्रा में शामिल हुआ पूरा गांव, पेश की इंसानों और जानवरों के बीच की दोस्ती की मिसाल

Sanchita Pathak

हमारे सामने इंसानों द्वारा बर्बरता से जानवरों की हत्या की कई ख़बरें आती हैं. इंसान होकर हमने जानवरों से उनका घर, उनका जंगल छीन लिया और अब हम ही कहते हैं कि ‘जानवर इंसानी इलाक़ों में आ गये’ 

नफ़रतों से भरी दुनिया के बीच कई बार ऐसी कहानियां सामने आ जाती हैं जो साबित करती हैं कि इंसानियत अभी बाक़ी है. ऐसी ही एक घटना आई है ज़िला रतलाम की एक तहसील से. 

Free Press Journal

Free Press Journal की रिपोर्ट के अनुसार, यहां एक बंदर की मौत के बाद उसका रीति-रिवाज़ से अंतिम संस्कार किया गया. बंदर की शवयात्रा में कई गांववाले शामिल हुए. दुकानदारों ने एक दिन के लिए दुकानें बंद भी रखी.  

बीते मंगलवार को लाइव वायर की चपेट में आकर बंदर की मौत हो गई. इसके बाद कुछ गांववालों ने बंदर को सम्मानपूर्वक अंतिम विदाई देने का निर्णय लिया. गांववालों ने बंदर को फूलों का हार पहनाया, उसे लाल कपड़े में लपेटा और सम्मान व्यक्त किया. बंदर का क्षिप्रा नदी के तट पर वैसे ही अंतिम संस्कार किया गया जैसा किसी इंसान का किया जाता है. 

The Indian Express

पंचायत के एक सदस्य का कहना था कि उनके यहां बंदर की मृत्यु को अपशकुन माना जाता है और बंदर का नियमानुसार अंतिम संस्कार किया जाता है. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे