MP का बेटा तुर्की के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए आगे आया, रहने-खाने की फ़्री में की व्यवस्था

J P Gupta

Turkey Earthquake: तुर्की और सीरिया में आय भयानक भूकंप ने वहां लोगों पर ख़ूब कहर बरपाया है. तुर्की में भूकंप से मरने वालों की संख्या क़रीब 21 हज़ार हो गई है. भारत समेत कई देश मुश्किल हालातों में उनकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं. तुर्की में जहां भूकंप आया है वहां ठंड की वजह से लोगों का संकट और गहरा गया है. 

bbc

वहां पर लोग पानी और खाने के लिए तरस रहे हैं. असहाय लोगों की सहायता के लिए एमपी के एक शख़्स ने अपने रेस्टोरेंट के दरवाज़े उनके लिए खोल दिए हैं. वो भूकंप पीड़ितों को मुफ़्त में भोजन और रहने की जगह उपलब्ध करवा रहे हैं. 

ये भी पढ़ें: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में ज़मींदोज़ हुए वो प्राचीन स्मारक, जो कभी इन देशों की शान हुआ करते थे

24 घंटे कर रहे हैं लोगों की मदद

tv9hindi

पीड़ित लोगों की मदद के लिए आगे आए इस शख़्स का नाम दीपेंद्र गराई है. ये मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के रहने वाले हैं. ये तुर्की में 4 रेस्टोरेंट चलाते हैं. इनका तुर्की के कैपेडोकिया (Cappadocia) शहर में ‘नमस्ते इंडिया’ नाम का एक रेस्तरां है. यहीं पर वो 24 घंटे लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं. इनका एक वीडियो ट्विटर पर वायरल है इसमें वो होटल में लोगों को मुफ़्त में खाना और रहने की व्यवस्था करते हुए दिख रहे हैं.

ये भी पढ़ें: लोगों के लिए मिसाल हैं लक्ष्मीबाला देवी, जो 102 साल की उम्र में मेहनत कर जीवन यापन कर रही हैं

सोशल मीडिया के ज़रिये की लोगों को मदद की पेशकश

ani

एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनके होटल में 30 भूकंप पीड़ित ठहरे हुए हैं. इन्हें वो खाने के साथ ही मेडिकल सर्विस भी मुफ़्त मुहैया करवा रहे हैं. दीपेंद्र लगभग 10 सालों से तुर्की में रह रहे हैं. उन्होंने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया हुआ है. उन्होंने ये भी बताया कि सोशल मीडिया के ज़रिये दीपेंद्र ने लोगों को मदद की पेशकश की थी. इसके बाद से ही भूकंप पीड़ित इलाके से लोग उनके Cappadocia वाले रेस्टोरेंट तक पहुंच रहे हैं. 

वो तुर्की में मौजूद अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर इनकी हर संभव मदद करने में जुटे हुए हैं. संकट की घड़ी में वो जिस तरह से वहां के लोगों की मदद कर रहे हैं उसकी तारीफ़ हर कोई कर रहा है. यहां एमपी में जब उनके माता-पिता को बेटे के इस नेक काम के बारे में पता चला तो वो भी ख़ुशी के मारे फूले नहीं समाए.

आपको ये भी पसंद आएगा
जिस पति को मेहनत-मज़दूरी कर पढ़ाया, अफ़सर बनते ही उसने की दूसरी शादी, पढ़ें ममता की दर्दभरी कहानी
बेटी से मिलने के लिए बुज़ुर्ग महिला ने 8 दिनों तक ट्राई साइकिल खींच कर तय किया 170 किमी का सफ़र
UPSC क्रैक करने वाली दो आयशा का मामला समझिए, दोनों का दावा उन्होंने ही पास की है परीक्षा
दुर्गाबाई व्योम की कहानी है इंस्पायरिंग, झाड़ू-पोछा करने से लेकर पद्म श्री तक ऐसा रहा सफ़र
मध्य प्रदेश: बजरंगबली को रेलवे का Notice, 7 दिन में ‘मंदिर’ खाली करें नहीं तो होगी कार्रवाई
जानिये क्या ख़ास बात है आमों की मलिका ‘नूरजहां आम’ की, जिसका 1 आम 1500 रुपये में बिकता है