जिंदा रहते हुए की देश की रक्षा और मरने के बाद 4 लोगों को ज़िन्दगी दी. फ़क्र है ऐसे नेवल ऑफ़िसर पर

Sanchita Pathak

24 वर्षीय, Sub-Lt. अतुल कुमार पवार की 24 सितंबर को कोचि में सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. अतुल INS-द्रोणाचार्य पर तैनात थे. दोस्तों के साथ वायनाड घूमने गए थे. लेकिन वापस आते वक़्त दुर्घटना हो गई जिसमें उनकी मौत हो गई.

हरियाणा के पंचकुला निवासी अतुल को अस्पताल ले जाया गया, पर तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.

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परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन ऐसे मौके पर भी अतुल के पिता, राजबीर सिंह पवार ने एक ऐसा निर्णय लिया जो सभी के लिए एक मिसाल है. राजबीर ने अतुल का जिगर, दोनों गुर्दे और दिल डोनेट करने का निर्णय लिया.

अतुल के अंगों को Government Medical College, Kottayam; Aster Medicity, Ernakulam; Air Force Command Hospital, Bengaluru और Amrita Institute of Medical Sciences, Ernakulam में मरीज़ों को लगाया जाएगा.

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रिपोर्ट्स के अनुसार, अतुल के दिल को एक 50 वर्षीय मरीज़ में Transplant किया जाएगा जिनका इलाज Kottayam Medical College में चल रहा है.

अतुल ने 15 जनवरी, 2015 में ही इंडियन नेवी Join किया था.

अतुल के पिता ने एक मिसाल कायम की है. देश में बहुत से मरीज़ों की अंग प्रत्यारोपण के अभाव में मृत्यु हो जाती है. अकसर मृतकों के परिवारवाले डोनेशन से कतराते हैं. 

Source: TOI

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