New Guidelines Against Service Charges: हम सब कभी न कभी खाने में कुछ नया ट्राई करने या खाने के सेम टेस्ट से बोर होकर किसी होटल या रेस्तरां का रुख ज़रूर कर लेते हैं. कुछ लोग कभी-कभी होटल का खाना खाते हैं, तो कुछ हफ़्ते में एक-दो बार चले ही जाते हैं. वहीं, एक अच्छा और किफ़ायती रेस्तरां ढूंढना भी सिर दर्दी है, क्योंकि अधिकतर होटल और रेस्तरां खाने के मनचाहे दाम के साथ-साथ मनचाहा ‘सर्विस टैक्स’ अलग से जोड़ देते हैं. इसके अलावा, खाने पर GST तो अलग से है ही. ऐसे में ग्राहक को खाने से पहले बिल की चिंता सताने लगती है.
आइये, सबसे पहले जानते हैं कि क्या है सर्विस टैक्स पर सरकार की नई गाइडलाइन (New Guidelines Against Service Charges in Hindi)
सर्विस टैक्स को लेकर सरकार की नई गाइडलाइन – New Guidelines Against Service Charges in Hindi
New Guidelines Against Service Charges: केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने भारतीय होटलों और रेस्तरां द्वारा सर्विस चार्ज वसूलने को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. गाइडलाइंस के तहत उपभोक्ता 1915 नंबर पर कॉल करके होटल और रेस्टोरेंट के खिलाफ़ शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
अगर होटल या रेस्तरां बताई गई सर्विस टैक्स पर गाइडलाइन को फ़ॉलो न करें, तो एक ग्राहक को क्या करना चाहिए?
पहला तो ये कि ग्राहक होटल या रेस्तरां से बोल सकता है कि वो खाने के साथ जोड़े गए सर्विस टैक्स को हटा दें. 1915 नंबर पर कॉल करके या एनसीएच मोबाइल एप पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
आइये, अब आपको दिखाते हैं कुछ मामले जब सर्विस चार्ज को लेकर होटलों और रस्तरां द्वारा मनमानी की गई:
भारत की शताब्दी ट्रेन में 20 रुपए की चाय के लिए 50 रुपए सर्विस चार्ज लिया गया.
ये भी किसी भारतीय रेस्तरां का बिल है, जिसमें एक बड़ी धनराशि सर्विस टैक्स के नाम पर वसूली गई है.
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New Guidelines Against Service Charges: ग्राहकों से सर्विस टैक्स के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूली जा रही है. इसका उदाहरण इस बिल से भी पता चलता है.
यहां एक रेस्तरां ने एक ही वक़्त पर सर्विस चार्ज वसूलने के लिए फ़ूड का अलग बिल बनाया और ऐल्कोहॉल का अलग
यहां भी मनचाहा सर्विस टैक्स वसूला गया है.
गाइडलाइन जारी होने के बाद भी कई होटल और रेस्तरां सर्विस चार्ज ले रहे हैं.