अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंगलवार को राष्ट्रपति के तौर पर आखिरी बार अमेरिकी लोगों और पूरी दुनिया को संबोधित किया, तो वहां मौजूद कई लोग भावुक हुए बिना नहीं रह पाए. ओबामा ने अपने भाषण में अपनी नई राजनीतिक पारी को लेकर भी संकल्प भी लिया.
शिकागो में हुए इस संबोधन में ऐसे कई पल भी आए, जब ओबामा खुद भी काफी इमोश्नल हुए. अपने संबोधन में ओबामा ने अपनी प्रमुख सफलताओं और समस्याओं पर भी बातचीत की. ईरान के साथ न्यूक्लियर डील और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार ओबामा के कार्यकाल की बड़ी उपलब्धियां रहीं.
अपनी फेयरवेल स्पीच में ओबामा ने कहा कि आज मैं आप लोगों को शुक्रिया कहना चाहता हूं. आप लोगों ने मुझे बेहतर राष्ट्रपति और इंसान बनाया है. उन्होंने कहा कि बदलाव तभी होता है, जब आम आदमी इससे जुड़ता है. आम आदमी ही बदलाव लाता है. हमारे देश को बनाने वाले लोगों ने हमें अपने सपने पूरे करने का मौका दिया.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने यह प्रयास किया कि सबके पास आर्थिक रूप से अपने सपने बुनने और उन्हें साकार करने का मौका हो. हमने यह भी प्रयास किया कि अमेरिका हर चैलेंज का सामना करने के लिए तैयार रहे. अपनी इस इमोश्नल स्पीच में ओबामा ने अपनी पत्नी मिशेल ओबामा, उप राष्ट्रपति जोए बिडेन और उनकी पत्नी जिल को शुक्रिया अदा करते हुए उन्हें अपना परिवार बताया.
ओबामा ने भावुक होते हुए अपनी पत्नी के लिए कहा – तुमने एक ऐसे काम को चुना जिसकी तुमसे उम्मीद ही नहीं की गई थी, लेकिन अपनी कला, शैली और धैर्य से तुमने इसे अपना बना लिया. एक नई पीढ़ी अपने सपनों को हक़ीक़त में बदल सकती है, क्योंकि उनके पास रोल मॉडल के तौर पर तुम मौजूद हो. मुझे तुम पर गर्व है. तुमने देश को गौरवान्वित किया है.
ओबामा ने वाइस प्रेसिडेंट जो बिडेन के लिए कहा कि आप ही मेरी पहली पसंद थे. मैंने आपमें एक अच्छा वाइस प्रेसिडेंट नहीं, बल्कि भाई पाया. मालिया और साशा का जिक्र करते हुए ओबामा ने कहा, ‘मैंने ज़िन्दगी में जो भी किया, लेकिन सबसे ज़्यादा गर्व तुम दोनों के पिता होने का है.’
ओबामा ने कई सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने रंगभेद पर अपने विचार रखते हुए कहा कि ‘अब स्थिति में काफी सुधार है, जैसे कई सालों पहले हालात थे अब वैसे नहीं हैं. हालांकि इसे खत्म करने के लिए सिर्फ़ कानून से काम नहीं चलेगा, बल्कि लोगों के अपने दिलों में बदलाव लाने होंगे.
उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में एक भी विदेशी आतंकी हमला नहीं हुआ. अमेरिका पर हमला करने वाला कोई भी सुरक्षित नहीं रह सकता. उन्होंने अमेरिकी जनता से अपील की कि अमेरिकी मुस्लिमों के खिलाफ किसी प्रकार के भेदभाव को नकार दें.
उन्होंने अमेरिकी लोगों को कई आने वाले खतरों के प्रति भी आगाह करते हुए कहा कि ‘हमारे बीच भले ही कुछ चीजों को लेकर मतभेद हो सकते हैं लेकिन पक्षपात, रंगभेद और नाइंसाफी हमारे लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है और हम सबको इस लड़ाई में एकजुट रहना है. हम साथ गिरेंगे, साथ उठेंगे.’
उन्होंने कहा कि हम सभी को, भले ही हम किसी भी पार्टी से क्यों न हो, अपने लोकतांत्रिक संस्थानों की रक्षा और उन्हें नए सिरे से तैयार करने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए. अंत में ओबामा ने कहा कि ‘मैं यकीन के साथ कहना चाहता हूं कि मुझमें बदलाव लाने की क्षमता नहीं है, लेकिन आप लोगों में है. हां, हम कर सकते हैं. हां, हमने किया.
गौरतलब है कि ओबामा ने अपनी विरासत को भले ही डोनाल्ड ट्रंप को सौंप दिया हो, लेकिन ट्रंप की विघटनकारी विचारधारा को लेकर आलोचनात्मक रवैया नहीं छोड़ पाए हैं. एक यूनिवर्सिटी पोल के अनुसार, ओबामा को अब भी 55 प्रतिशत लोग अमेरिका की कमान संभालते हुए देखना चाहते हैं. जाहिर है दो कार्यकाल के बाद भी ओबामा की लोकप्रियता बनी हुई है. वहीं एक सर्वे के अनुसार, 51 प्रतिशत अमेरिकी नए चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के काम से खुश नहीं हैं.
ओबामा अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद छुट्टियों पर जाने का मन बना चुके हैं, साथ ही ऑटोबायोग्राफी पर भी काम चलता रहेगा. लेकिन अगर ट्रंप मुस्लिम रजिस्ट्री को लेकर एक अलग कानून बनाते हैं या फिर युवा मुस्लिमों को वापस भेजने का पैंतरा अपनाते हैं, तो ओबामा के लिए फासीवाद और विचारों की इस लड़ाई से अपने आपको दूर रखना काफी मुश्किल हो जाएगा और वे एक बार फिर राजनीति के मैदान में कूद सकते हैं.
ओबामा ने राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका को जारी रखने का संकल्प भी लिया है. ओबामा की ये दूसरी पारी जिमी कार्टर की तरह ही हो सकती है. गौरतलब है कि अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद भी जिमी की राजनीति में सक्रियता ने उन्हें लोगों के बीच एक कुशल राजनेता के तौर पर स्थापित किया था.
ओबामा के कई सहयोगी, जो राष्ट्रपति के कार्यकाल के बाद एक शानदार जगह छुट्टियां बिताने का मन बना रहे थे या प्राइवेट सेक्टर में निवेश कर पैसा कमाने की जद्दोजहद से गुजर रहे थे, वे सब भी अब अपने भविष्य के बारे में एक नए सिरे से सोच रहे हैं और राजनीति में वापसी को लेकर भी विचार किया जा रहा है.
ओबामा का फाउंडेशन पहले ही अपने राजनीतिक रोल के लिए तैयारी कर चुका है. इस एजेंडे के तहत कई यूथ आइकंस को राजनीति के साथ जोड़ने की कोशिश होगी. अपनी कार्य शैली से लोगों के बीच लोकप्रिय ओबामा हालांकि कई बुद्धिजीवियों के निशाने पर भी रहे हैं. 20 जनवरी 2017 को ओबामा का व्हाइट हाउस में आखिरी दिन होगा.