प्रशासनिक लापरवाही, बेकार मैनेजमेंट और निगरानी के अभाव में गंगा पुनरुद्धार (Ganga Rejuvenation) और नदियों के विकास (River Development) के 5 राष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स की लागत बढ़कर 49,800 करोड़ हो गई है.
शुक्रवार को संसद में CAG ने एक रिपोर्ट पेश की. रिपोर्ट में ये बताया गया कि 2008-2017 के बीच के 5 नेशनल रिवर प्रोजेक्ट्स की प्रगति दर 8 से 99 प्रतिशत तक घटी है.
CAG रिपोर्ट के अनुसार,
इंदिरा सागर पोलवरम प्रोजेक्ट और गोसीखुर्द प्रोजेक्ट को नेशनल प्रोजेक्ट्स की श्रृंखला में शामिल करने के बाद इनकी लागत 49,840 करोड़ हो गई है.
लोगों का सही समय पर स्थानांतरण न कराए जाने की वजह से भी ये लागत बढ़ गई है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि प्रोजेक्टस से प्रभावित होने वाले लोगों को निहित Compensation भी समय पर नहीं दिया गया.
CAG ने सरकार को इन प्रोजेक्ट्स पर तत्कालीन कार्रवाई करने को कहा है.