ये Organic झंडा फहराने के बाद एक पौधा बन जाता है. क्या आप इस तिरंगे को लेना चाहेंगे?

Kundan Kumar

देश आज़ादी का त्योहार आप बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए मनाना चाहते हैं तो आपके लिए तैयार है Biodegradable झंडा. इसकी एक और खासियत ये है कि इसमें बीज भी लगे होते हैं, जिसे जश्न मनाने के बाद आप आसानी से लगा भी सकते हैं.

Times Of India के रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली की Biotechnological Engineer कृतिका सक्सेना पिछले कुछ दिनों में ऐसे चार हज़ार झंडे बेंगलुरु में बेच चुकी हैं.

Facebook

कृतिका के दिमाग में इन झंडों को बनाने का विचार तब अंकुरित हुआ, जब उसने प्लास्टिक के झंडों को बिकते हुए, रोड पर पड़े हुए देखा.

‘प्लास्टिक के झंडे एक दो दिन के बाद कचरे के डिब्बे में ही चले जाते हैं. मैंने इन झंडों को बनाने का काम जुलाई में शुरू किया था. पहले सिर्फ़ हज़ार झंडों को बनाने का विचार था, लेकिन बाद में जब लोगों को WhatsApp पर Seed Flag का विचार पसंद आया, तो हमने चौदह हज़ार झंडे बनाने की तैयारी शुरू कर दी. हमारे पास बेंगलुरु, हैदराबाद और लखनऊ से भी ऑर्डर आए हैं.’

ये झंडे कॉटन फ़ाइबर से बने होते हैं, इसमें टमाटर और मिर्च के बीज लगे होते हैं, जिन्हें बाद में बोया भी जा सकता है. एक झंडे की कीमत 8 रुपये रखी गई है और इसका आकार 2×3 वर्ग इंच है.

इन झंडों से पानी की भी बचत होती है. फ़िलहाल के लिए कृतिका स्कूल और निजी ऑर्डर ही ले सकती है, बड़े आर्डर लेने में वो अक्षम है. चूंकिक कल ही स्वतंत्रता दिवस है इसलिए ज़्यादा झंडे बनाने का वक़्त नहीं है.

कृतिका की इस नेक सोच को सलाम.

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे