चम्मच से सुरंग खोदकर जेल से फ़रार हुए फ़िलिस्तीनी क़ैदी, ये कहानी फ़िल्मीं नहीं असली है

Dhirendra Kumar

6 सितंबर को इस्राएल की अधिकतम सुरक्षा वाली जेल से छह फलस्तीनी कैदी सुरंग खोदकर फरार हो गए थे. कैदियों ने सुरंग खोदने के लिए कथित तौर पर चम्मच का इस्तेमाल किया. क्या है सारा माज़रा, चलिए जानते हैं:  

1. चम्मच से खोदी संकरी सुरंग

उत्तरी इस्राएल की उच्च सुरक्षा वाली गिल्बोआ जेल से छह कैदी सुरंग खोदकर फरार हो गए थे. उन्होंने इस घटना को अंजाम देने के लिए बड़ी योजना बनाई और 6 सितंबर के तड़के मौके का फायदा उठाकर सुरंग के जरिए फरार हो गए. 

DW

2. कई महीनों से खोद रहे थे सुरंग

फरार कैदियों में से एक याकूब कादरी की वकील ने फलस्तीनी टीवी चैनल को बताया कि कैदी 6 सितंबर को फरार नहीं होने वाले थे. लेकिन उन्हें लगा कि उनकी गतिविधियां संदिग्ध हो गई हैं और हो सकता है जेल अधिकारियों को शक होने लगा था. एक और कैदी के वकील ने कहा कि सुरंग खुदाई का काम पिछले साल दिसंबर से चल रहा था.

DW

3. सुरंग खोदने वाले हीरो बने

फरार हुए कैदी यहूदी देश के खिलाफ जानलेवा हमले के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे और उन्हें गिल्बोआ की अधिकतम सुरक्षा वाली जेल में रखा गया था. जेल से फरार होने वाले कैदी फलस्तीनियों के बीच हीरो बन गए हैं. ऐसी रिपोर्टें सामने आईं कि उन्होंने सुरंग खोदने के लिए चम्मच का इस्तेमाल किया. 

DW

4. आखिरकार पकड़े गए

खुली हवा में कैदी ज्यादा दिनों तक सांस नहीं ले पाए. इस्राएली सेना और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सबसे पहले चार कैदियों को गिरफ्तार किया गया और फिर 19 सितंबर को बाकी के दो फरार कैदी पकड़े गए. उनकी मदद करने वाले भी दो लोग हिरासत में लिए गए. 

DW

5. कौन थे फरार कैदी

सभी छह भगोड़े फलस्तीनी आतंकवादी समूहों के सदस्य थे जिन्हें इस्राएल की अदालतों ने इस्राएल के खिलाफ हमले की साजिश रचने या अंजाम देने के लिए दोषी ठहराया था. इनमें सशस्त्र फलस्तीनी इस्लामी आंदोलन समूह के दो सदस्य, पिछले सप्ताह जिन अन्य चार लोगों को पकड़ा गया उनमें भगाने का कथित मास्टरमाइंड महमूद अब्दुल्ला अरदा और फतह आंदोलन के सशस्त्र विंग का नेतृत्व करने वाले जकारिया जुबैदी शामिल थे.

DW

ये भी पढ़ें: क्या होता है ‘RIP’ का अर्थ, जिसे किसी की मौत होने पर आमतौर पर बोला या लिखा जाता है

6. घटना से उठे सवाल

कड़ी सुरक्षा वाली जेल से कैदियों का फरार होना बड़ा मुद्दा बना. सुरक्षा को लेकर सवाल उठे और इस्राएली जेल सेवा को शर्मिंदा होना पड़ा लेकिन फलस्तीनियों को प्रसन्न होने का मौका दिया. 

DW

7. चम्मच बना प्रतीक

एक कलाकार ने गजा शहर में दीवार पर चित्र बनाए. इस पेंटिंग के जरिए फलस्तीनी प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में पारंपरिक झंडे और बैनर के साथ एक चम्मच ने भी जगह ले ली है. 

DW

8. मीडिया में छाई रही फरारी की खबरें

इस्राएल की जेल से कैदियों का इस तरह से फरार हो जाना एक नाट्कीय घटना थी, पिछले दो सप्ताह तक यह खबर मीडिया में छाई रही और इस्राएल की जेल सेवा की भारी आलोचना हुई.

DW

ये भी पढ़ें: क्या है Havana Syndrome, जिसके कारण India की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है? 

9. पकड़ने के लिए चला अभियान

इस्राएल की सेना और पुलिस ने फरार कैदियों को पकड़ने के लिए नाकेबंदी की, ड्रोन का इस्तेमाल किया और सीमाएं सील कीं. आखिरकार 19 सितंबर को उसने फरार छह कैदियों में से बचे दो कैदियों को भी पकड़ लिया. इस्राएली प्रधानमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों को बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा,ऑपरेशन प्रभावशाली, जटिल और तेज था. 

DW

जानकार सदियों से इस बात पर उलझते रहे हैं कि ‘Does Life Imitate Art, or is Art Imitating Life?’ मगर इस मामले में तो काफ़ी कुछ फ़िल्मी हुआ है. 

अगर आप जानना चाहते हैं कि हम किस फ़िल्म की बात कर रहे हैं तो कमेंट सेक्शन में पूछ लीजिये.   

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे