कहीं भी जाना हो, हम तुरंत अपना स्मार्टफ़ोन उठाते हैं और झट से App बेस्ड कैब सर्विस से अपने लिए कैब बुक कर लेते हैं. इसके बाद हम निश्चिंत होकर अपनी कैब के आने का इंतज़ार करने लगते हैं. बेंगलुरू के सुर्या ओरुगंती ने भी ऐसा ही किया था. वो एयरपोर्ट से अपने घर जा रहे थे. मगर उनके साथ जो हुआ, वो कैब सर्विस को लेकर कई सवाल खड़ा करता है.
दरअसल, सूर्या ओरुगंती ने बेंगलुरू एयरपोर्ट से अपने घर तक के लिए Uber App से एक कैब बुक की थी. जब कैब उनके पास आई, तो सूर्या के होश उड़ गए. कैब ड्राइवर नशे में धुत्त था. वो इस हालत में भी नहीं था कि ठीक से बात कर सके.सिचुएशन को देखते हुए सूर्या ने ड्राइवर को दूसरी सीट पर बैठाया और ख़ुद ही ड्राइव कर अपने घर तक पहुंचे.
इस पूरी घटना का उन्होंने एक वीडियो भी बनाया और Uber से पैंसेंजर्स की सिक्योरिटी को लेकर सवाल किए. उन्होंने ट्वीट किया- ‘बेंगलुरू से घर तक की यात्रा जैसी सोची थी, वैसी बिल्कुल नहीं रही. कैब ड्राइवर नशे में धुत्त था और उसकी जगह मुझे स्वयं गाड़ी चलाकर घर जाना पड़ा. Uber आपको इस संबंध में कुछ करना चाहिए.’
सूर्या ने इसका एक वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया. इसमें उन्होंने बतया कि कैब जिस ड्राइवर के नाम थी, वो ड्राइवर भी अलग था. वहीं दूसरी तरफ़ Uber ने सूर्या की शिकायत पर 20 घंटे बाद जवाब देते हुए उल्टे उन्हें ही कठघरे में खड़े करने की कोशिश की.
Uber के अधिकारियों ने कहा कि हम आपकी शिकायत आगे भेज रहे हैं, लेकिन आपको किसी भी सूरत में स्वयं कैब नहीं चलानी चाहिए थी.
इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने पैसेंजर्स की सुरक्षा से खिलवाड़ करने पर Uber की खू़ब लानत-मलानत की.
यहां पैसेंजर के ड्राइव करने पर सवाल उठाकर Uber अपने यात्रियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकता. बड़ा सवाल है कि वो ऐसे ड्राइवर्स को रखते ही क्यों है? क्यों इतने समय बाद Uber ने शिकायत पर ध्यान दिया? पैसेंजर्स की सेफ़्टी के लिए तुरंत सहायता क्यों नहीं मुहैया की गई?