नन्हें हाथी को बचाने के लिए दुनिया के हर कोने से दूध भेज रहे हैं लोग

Sumit Gaur

Lek Chailert ने जब एक बेसहारा हाथी के बच्चे को देखा, तो वो समझ गई कि अगर जल्द ही कुछ नहीं किया गया, तो शायद वो बच नहीं पायेगा. Lek Chailert थाईलैंड में Elephant Nature Park की फाउंडर हैं. ये जगह, बेसहारा हाथियों के लिए किसी घर से कम नहीं है. म्यांमार में Lek की नज़र 3 महीने के एक हाथी के ऐसे बच्चे पर पड़ी, जो पोषण न मिलने की वजह से काफ़ी कमज़ोर हो गया था और उसके शरीर की हड्डियां बाहर दिखाई देने लगी थी.

वो इस बच्चे को अपने पार्क में ले आई. कई कोशिशों के बावजूद जब इस बच्चे की मां का पता नहीं चल पाया, तो उन्होंने इस बच्चे को Eyeyarmay नाम दिया.

Lek अपने फ़ेसबुक पेज पर लिखती हैं कि ‘यहां केवल Eyeyarmay ही नहीं, बल्कि 7 महीने का Yuyu और 4 महीने की Mary भी ऐसे हाथी हैं, जिनकी मां की कोई खोज-ख़बर नहीं है.’

वो आगे लिखती हैं कि ‘ये हाथी इतना कमज़ोर है कि इसकी देखभाल के लिए हर समय किसी न किसी की ज़रूरत पड़ती है.’

म्यांमार समेत साउथ-ईस्ट एशिया के कई हिस्सों में हाथियों को संरक्षण प्राप्त है. एशियाई हाथियों को International Union for Conservation of Nature and Natural Resources (IUCN) ने भी विलुप्त होने की कगार पर बताया है.

Lek के मुताबिक, Eyeyarmay को बचाना इतना आसान नहीं है. उसे ज़्यादा से ज़्यादा दूध की ज़रूरत है, पर उसके लिए यहां दूध का इंतज़ाम करना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि यहां वो किसी दूसरे देश की मदद भी नहीं ले सकती.

फ़िलहाल वो गाय के दूध को जमा कर रही हैं, पर उनका कहना है कि इससे Eyeyarmay के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. Lek की इस पोस्ट के बाद दुनिया भर से लोग उनकी मदद को आगे आ रहे हैं. 

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