बचपन में जिस पीरियोडिक टेबल ने बार-बार रुलाया, अब वो पूरे 150 साल की हो गई

Akanksha Tiwari

बचपन में जिस पीरियोडिक टेबल को याद करने में विज्ञान के छात्रों को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ती थी. अब वो 150 साल की हो गई. य़कीन नहीं हो रहा न, लेकिन हां ये बिल्कुल सच है. तत्वों की इस आवर्त सारणी को 17 फरवरी 1869 को Dmitri Ivanovich Mendeleev ने लिखा था. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा और यूनेस्को ने 2019 को ‘रासायनिक तत्वों की अंतर्राष्ट्रीय तालिका (IYPT2019)’ के रूप में मनाने का फै़सला किया है. 

हांलाकि, Mendeleev तत्वों की तालिका बनाने वाले पहले व्यक्ति नहीं थे. 1789 में आधुनिक रसायन विज्ञान के जनक Antoine Lavoisier ने इसे बनाने का सबसे पहला प्रयास किया था. John Newlands ने रसायन विज्ञान में Concept Of Octaves की पेशकश की, जिसमें गुण हर आठवें तत्व के लिये दोहराए गए. साथ ही कई अन्य प्रयास भी है. 


इसके बाद Mendeleev का प्रस्ताव आया, जो कि अद्वितीय था. 17 फरवरी, 1869 को उन्होंने अपने निष्कर्षों को रेखांकित करते हुए रूसी केमिकल सोसाइटी को एक सिंगल पेज का नोट भेजा, जो कि समाज पत्रिका के पहले खंड में प्रकाशित हुआ. इसी साल इसे जर्मन सार तालिका और 8 टिप्पणियों के साथ Zeitschrift für Chemie में प्रकाशित किया गया.  

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वहीं अगर इस महान शख़्स की निज़ी ज़िंदगी की बात की जाए, तो विज्ञान के अध्यन का जुनून रखने वाले Mendeleev 17 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे, जिन्होंने 13 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया और इसके बाद अपनी आंखों के सामने मां के कारखाने को आग से जलता हुआ देखा. Mendeleev के इस अनोखे योगदान के लिये उन्हें 1906 में नोबेल पुरस्कार भी दिया गया.  

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