Pride Month Stories: जून का महीना चल रहा है और LGBTQ+ कम्यूनिटी इस महीने को प्राइड मंथ (Pride Month) के तौर पर मनाती है. इस पूरे महीने LGBTQ+ के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए दुनियाभर के कई शहरों में प्राइड परेड निकाली जाती है. साथ ही स्ट्रीट शो जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं. इस दौरान LGBTQ+ समुदाय के प्रतीक सतरंगी झंडों से कई शहर रंगे जाते हैं, जिन्हें देखकर ऐसा लगता है मानो इंद्रधनुष धरती पर उतर आया हो. इसके साथ ही लोग अपनी कई कहानियां आगे बढ़ बढ़कर शेयर करते हैं.
इन्हीं में से एक कैलिफ़ोर्निया के फ़िल्ममेकर Sama’an Ashrawi ने ट्विटर पर लेजेंड्री ब्रॉडवे कंपोज़र John Kander के साथ अपने दादा जी के रिलेशनशिप की ख़ूबसूरत कहानी शेयर की है, जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है. ये कहानी आपका दिल पिघला देने के लिए काफ़ी है, जिसे आपको ज़रूर पढ़ना चाहिए.
Sama’an Ashrawi ने अपने दादा Dave Fisher के लवर John Kander के बारे में डीटेल्स शेयर करते हुए बताया कि Kander एक पॉपुलर अमेरिकी कंपोज़र हैं, जिन्होंने ब्रॉडवे के दो पॉपुलर गाने Cabaret और Chicago लिखे थे. अशरवी ने ये भी बताया कि उनके दादा की जॉन से मुलाकात उनके कॉलेज के फ़र्स्ट ईयर में हुई थी. वो Sama’an की मां ही थीं, जिन्होंने उनके दादा और John Kander की प्यारी लव स्टोरी उन्हें बताई थी. Sama’an ने ट्विटर पर शेयर किया, “मेरे दादा Dave ने मुझे बताया कि उन्हें पता था कि वो गे हैं, जब वो अपने कॉलेज के फ़र्स्ट ईयर में अपने छात्रावास के कमरे में शिफ्ट होने जा रहे थे. वहां पर उनके साथ एक और लड़का था, जिसकी काफ़ी ख़ूबसूरत आंखें थीं. जब दादा गुज़रे, तब मेरी मां से मुझे पता चला कि वो लड़का कौन था.”
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए अगले ट्विटर थ्रेड में आगे बताया, “उसका नाम John Kander था. कॉलेज के बाद जॉन अपने पार्टनर फ्रेड एब के साथ ब्रॉडवे के दो सबसे महान संगीत में से दो को कंपोज़ करने जाते थे. इसमें से एक को ‘Chicago‘ कहा जाता था, और दूसरे को ‘Cabaret‘. जॉन म्यूज़िक लिखता था और फ्रेड लिरिक्स लिखता था. उन्होंने साल 1977 में आई स्कॉर्सेज़ फ़िल्म का ‘न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क’ नाम का थीम सॉन्ग भी लिखा था. इसे लीज़ा मिन्नेली, फ्रैंक सिनात्रा ने गाया था.”
महामारी के दौरान अशरवी को वो गाना मिला, जो Kander ने उनके पिता के लिए लिखा था. इस बारे में बताते हुए उन्होंने शेयर किया, “वो एक बुककेस था, मैं उसके पास से दिन में कई बार निकलता था, या उससे भी ज़्यादा. न जाने क्यूं मैंने कभी इसे शेल्व में नोटिस नहीं किया? मैंने उसे बाहर निकाला. इस पर पेंसिल में लिखा था ‘Our Boy‘, और साल ‘1951′ और कंपोज़र का नाम था ‘John Kander.”
जब उनकी मां ने बताया कि ये गाना जॉन ने उनके दादा के लिए लिखा था, तब उन्होंने इसे सुना. गाना सुनकर उन्हें जॉन के बारे में और ज़्यादा जानने की इच्छा हुई. जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन जाकर John के बारे में सर्च किया. वो उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद Kander से मिलने को बेताब हो गए और भाग्यवश वो आर्टिस्ट के एक रिश्तेदार से संपर्क में आ गए. उनसे संपर्क करने के कुछ दिनों बाद अशरवी के पास ख़ुद जॉन का मेल आया. (Pride Month Stories)
जॉन से अपनी मुलाकात की डीटेल्स भी अशरवी ने शेयर की हैं. उन्होंने लिखा, “उन्होंने (जॉन) मुझे बताया कि हमारे पास जो रिकॉर्ड है वह सिर्फ एक गीत नहीं है, यह एक संपूर्ण म्यूज़िक है, जिसे ‘Our Boy’ कहा जाता है. इसे उन्होंने 22 साल की उम्र में लिखा था. इतना ही नहीं, वह चाहते थे कि मेरे दादाजी इसमें लीड बने. यह एक मुक्केबाज के बारे में एक नाटक था, जो हार की अस्तित्व की भावनाओं से जूझ रहा था.”
जब Sama’an अपनी फ़ैमिली के साथ जॉन से न्यूयॉर्क में मिले, तो जॉन ने अशरवी के साथ उनके दादा Dave के शुरुआती दिनों की फ़ोटोज़ भी शेयर कीं. मौजूदा समय में जॉन की उम्र 95 है. जॉन ने Dave के साथ अपनी रिलेशनशिप के बारे में भी अशरवी से बात की और बताया, “हम दोनों एक-दूसरे के प्रति काफ़ी ईमानदार थे. झूठ न बोलने के मामले में नहीं, बल्कि इस बारे में ईमानदार थे कि हम कौन थे और कौन बन रहे थे. तुम्हारे दादा मेरे लिए एक महान उपहार थे.” (Pride Month Stories)
इन दोनों की कहानी कितनी प्यारी और ख़ूबसूरत है न? आपका इस बारे में क्या ख्याल है?