पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर उनके ही कॉलेज की एक छात्रा ने रेप का आरोप लगाया था. इस केस कि सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया है. ज़मानत के बाद जब वो जेल से बाहर निकले तो उनके समर्थकों ने फूलों से उनका स्वागत किया और उनके कॉलेज की एनसीसी की टीम ने उन्हें सलामी भी दी.
5 फरवरी की शाम को जेल से रिहा होने के बाद चिन्मयानंद अपने आश्रम गए थे. यहां पर उनके बाहर आने की ख़ुशी में एक पूजा का कार्यक्रम रखा गया था. इसके बाद सैंकड़ों लोगों में पूजा का प्रसाद भी बंटवाया गया था.
उनके एक रिश्तेदार अमित ने इस बारे में बात करते हुए कहा- ‘हाईकोर्ट से ज़मानत मंजूर होने के बाद मुमुक्षु आश्रम में पूजा अर्चना की गई तथा प्रसाद के रूप में स्वामी चिन्मयानंद के समर्थकों को भोजन भी कराया गया.’
चिन्मयानंद के वकील ने कहा- ‘चिन्मयानंद को एक साजिश के तहत फंसाया गया है. बुधवार को जेल से रिहाई के बाद चिन्मयानंद के समर्थकों का जेल गेट पर उमड़ा सैलाब बताता है कि वो पूरी तरह निर्दोष हैं.’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जिस छात्रा ने उन पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है वो उन्हीं के लॉ कॉलेज में पढ़ती थी. इस मामले के उजागर होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एक एसआईटी का गठन कर उसे जांच का ज़िम्मा सौंपा था. पिछले साल सितंबर में चिन्मयानंद को गिरफ़्तार किया गया था और नवंबर में एसआईटी ने दो चार्जशीट दाखिल की थीं.
एक चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ और दूसरी आरोप लगाने वाली छात्रा के ख़िलाफ. छात्रा को कथित जबरन उगाही के आरोप में गिरफ़्तार भी किया गया था और दिसंबर में उसे भी ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था.