मध्यप्रदेश के रतलाम में ‘महिला दिवस’ के अवसर पर 17 साल की एक लड़की ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिससे न सिर्फ़ हमें बल्कि राज्य, केन्द्र सरकार भी सबक ले सकते हैं.
Free Press Journal की एक रिपोर्ट के अनुसार, 17 वर्षीय ख़ुशी पाटीदार ने ‘International Women’s Day’ के अवसर पर ग़रीब महिलाओं के बीच 11 हज़ार सैनिटरी पैड्स बांटकर मिसाल पेश की है.
ख़ुशी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, उसके पिता ने उसे साईकिल ख़रीद देने की बात कही. इस पर ख़ुशी ने अपने पिता से कहा कि वो ग़रीब लड़कियों के लिए 11000 सैनिटरी पैड्स ख़रीदे. ख़ुशी के पिता तैयार हो गये. ख़ुशी को ”वज्र कीर्तिमान सर्टिफ़िकेट’ से सम्मानित किया गया और इस मौक़े पर ज़िलाधिकारी गोपालचन्द्र, एसपी गौरव तिवारी, एडिशन्ल कलेक्टर जमुना भिड़े और कुछ बीजेपी नेता भी मौजूद थे.
ख़ुशी के पिता ओम साईं राम होस्टल के मालिक हैं और जब ख़ुशी ने होस्टल में रहने वाली लड़िकयों से बात की तब उसे पता चला कि बहुत सी लड़कियां सैनिटरी पैड का इस्तेमाल नहीं करती थीं.
ख़ुशी की जागरूकता की वजह से कई महिलाओं और लड़कियों को मदद मिल गई.