‘बेज़ुबानों की आवाज़’ बनने के लिए NDTV के रवीश कुमार को मिला रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड

Sanchita Pathak

वरिष्ठ पत्रकार और NDTV के Executive Editor को 2019 का रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. ये एशिया का सबसे सम्मानिय अवॉर्ड माना जाता है. इस अवॉर्ड को एशिया का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है. रवीश को हिन्दी पत्रकारिता में अपने अभूतपूर्व योगदान और ‘बेज़ुबानों की आवाज़ बनने’ के लिए ये अवॉर्ड दिया जाएगा.

The Hindu

9 सितंबर को, फ़िलीपीन्स की राजधानी, मनीला में रवीश को ये अवॉर्ड दिया जाएगा.  

रवीश के अलावा म्यांमार के Ko Swe Win, थाईलैंड के Angkhana Neelapaijit, फ़िलीपीन्स के Raymundo Pujante Cayabyab और दक्षिण कोरिया के Kim Jong-Ki को ये अवॉर्ड दिया जाएगा.


रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड फ़ाउंडेशन के Citation अनुसार,  

रवीश कुमार का कार्यक्रम, प्राइम टाइम आम लोगों की असली ज़िन्दगी और, अंडर रिपोर्टेड समस्याओं को दिखाता है. रवीश अपने न्यूज़रूम को भी पीपल्स न्यूज़रूम कहते हैं. संयमित, संतुलित और फ़ैक्ट-बेस्ड पत्रकारिता की प्रथा को जीवित रखने में उनकी अहम भूमिका है.

Citation में एक और अहम बात कही गई, 

अगर आप लोगों की आवाज़ बन गए हैं तो आप एक पत्रकार हैं.
Hindustan Times

12 साल बाद ये अवॉर्ड किसी भारतीय को मिला है. इससे पहले 2007 में ये अवॉर्ड पी.साईनाथ को मिला था.


1957 से ये अवॉर्ड दिया जा रहा है. फ़िलीपीन्स के तीसरे राष्ट्रपति के नाम पर ये अवॉर्ड ऐसे लोगों को दिया जाता है, जो उन्हीं की तरह समाज की नि:स्वार्थ सेवा करते थे.   

इस ख़बर के आने के साथ ही ट्विटर पर रवीश को बधाईयां देते हुए ट्वीट्स का सैलाब उमड़ पड़ा- 

और दूसरी तरफ़ लोग Memes बनाने और दूसरे पत्रकारों के मज़े भी लेने लगे-

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