डॉक्टरों के बजाय रोबोट मरीजों का हाल-चाल पूछ कर करेंगे इलाज, सफ़दरजंग अस्पताल से हुई शुरुआत

Sumit Gaur

दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल की सुविधाओं को देखते हुए हर साल हज़ारों मरीज यहां इलाज कराने आते हैं. इसी के मद्देनज़र सरकार ने सफ़दरजंग अस्पताल की सुविधाओं को बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत सर्जरी के लिए डॉक्टरों के बजाय रोबोट का इस्तेमाल किया जायेगा.

इस बाबत सरकार 18 करोड़ रूपये की लागत से रोबोट खरीदने की तैयारी में भी है. अस्पताल की इस सुविधा का लाभ गरीब मरीजों को रियायती ख़र्च पर मिलेगा. सफ़दरजंग अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ़ यूरोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट के प्रोफेसर अनूप कुमार का कहना है कि ‘प्राइवेट हॉस्पिटल में इस सर्जरी की कीमत करीब 4 से 5 लाख के आस-पास पड़ती है.’

इस रोबोट के बारे में अनूप कहते हैं ‘सर्जरी के दौरान रोबोट पर डॉक्टर का पूरा नियंत्रण होता है, वो एक 3D स्क्रीन पर बैठ कर मरीज के शरीर को देखता है.’ अनूप आगे कहते हैं कि आगे इस तकनीक का इस्तेमाल किडनी ट्रांसप्लांट और कैंसर जैसी बिमारियों में भी किया जा सकता है. 

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