’लकी’ शर्ट पहनकर मासूम, अकेली बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाकर बेरहमी से मार डालता था ये सनकी

Sanchita Pathak

देश में होने वाली रेप और छेड़छाड़ की घटनाओं के लिए हम पुलिस और प्रशासन को दोषी ठहराते हैं. सरकार महिला सुरक्षा के लिए कुछ नहीं करती ये आरोप भी हम लगाते हैं लेकिन अगर पुलिस अगर कुछ अच्छा करे, तो इसका श्रेय भी उन्हें दिया जाना चाहिए.

गुरुग्राम पुलिस ने 20 वर्षीय सीरियल रेपिस्ट, सुनील को गिरफ़्तार किया है. TOI के अनुसार, 2 साल पहले गुरुग्राम सेक्टर 49 से एक 4 साल की बच्ची लापता हो गई थी. गुमशुदगी के अगले दिन बच्ची का मृत देह मिला था, जांच में पता चला कि उसका रेप कर हत्या की गई थी.

SI News Today

घटना के 2 महीने बाद सिविल लाइन्स से एक 5 साल की बच्ची गुमशुदा हो गई और 20 दिन बाद उसका शरीर राजीव चौक के पास द्रोण पार्क से बरामद किया गया.

TOI के अनुसार, नवंबर 2018 में गुरुग्राम के ही एक बस्ती से एक 3 साल की बच्ची लापता हो गई. अगले दिन सेक्टर 66 में पशुओं का खाना रखे जाने वाले कमरे से उसकी लाश बरामद की गई. पोस्ट मोर्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उस बच्ची का भी रेप कर हत्या की गई थी.

ये तीनों बच्चियां मज़दूरों, Construction Workers की बेटियां थीं और ये तीनों बच्चियां एक ही दरिंदे का शिकार हुई थी.

Latestly

सुनिल को गुरुग्राम पुलिस ने झांसी से गिरफ़्तार किया. उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले का सुनील दिहाड़ी मज़दूर है और पूछताछ में उसने बताया है कि उसने 6 बच्चियों (4 दिल्ली में, 1 झांसी में और 1 ग्वालियर में)का रेप कर हत्या की है.

CIA सब-इंस्पेक्टर राज कुमार ने HT को बताया,

वो हमेशा अपने जेब में 10 रुपए रखता. जब भी उसे मौक़ा मिलता वो 10 रुपए बच्ची को दिखाता और चॉकलेट का लालच देता. जब बच्चियां उसके पीछे चलती तब वो उन्हें वीरान जगह पर ले जाता और बच्ची का विश्वास जीतने के लिए उससे बातें करता.

पूछताछ के दौरान सुनिल ने ये भी बताया कि वो बच्चियों के एक पैर को ईंट से तोड़ता, इससे वो उत्तेजित महसूस करता और इतनी ही दरिंदगी से बच्चियों की हत्या करता था.

Third Eye Mom

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, सुनिल अकेला ही रहता था और भंडारों में खाता था. खानाबदोशी का जीवन जीने वाले सुनील के पास मोबाइल फ़ोन भी नहीं था. लेकिन वो जहां भी जाता उसकी नज़र अकेली छोटी बच्चियों पर ही होती.

DCP सुमित कुहर ने TOI को बताया,

उसे हर रेप की घटना दिन के हिसाब से याद है. भंडारों के आस-पास वो ऐसी बच्चियों को ढूंढता जो मुफ़्त का खाना खाने आती थी या फिर अकेली होती थी.

सुनिल का Psychological Evaluation किया जाएगा और उसकी मानसिक स्थिति का पता लगाया जाएगा. 

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