टीचर हो तो ऐसा! इस टीचर से बच्चों को इतना प्यार और लगाव था कि उसके ट्रांसफ़र पर रोने लगे

J P Gupta

वो जाने के लिए तैयार थे और उन्होंने अपना बैग भी पैक कर लिया था. लेकिन जैसे ही वो स्टाफ़ रूम से बाहर गेट की तरफ़ बढ़ने लगे, वैसे ही उनके विद्यार्थियों ने उन्हें घेर लिया. कुछ ने उनके पैर पकड़े, तो कुछ हाथों की चेन बनाकर उन्हें जाने से रोकने लगे. इमोशलन कर देने वाला ये सीन देखने को मिला तमिलनाडु के एक स्कूल में, जहां एक टीचर का ट्रांसफ़र कर दिया गया.

G. Bhagawan एक इंग्लिश के टीचर हैं, जो 6-10 कक्षा को पढ़ाते हैं. इनका तबादला एक दूसरे स्कूल में कर दिया गया. इसकी ख़बर जब उनके स्टूडेंस्ट्स को लगी, तब वो अपने फे़ेवरेट टीचर को रोकने के लिए अपने माता-पिता के साथ धरने पर बैठ गए. वो उन्हें छोड़कर न जाने की मिन्नतें करने लगे.

ख़ुद के प्रति इतना मान-सम्मान और प्यार देखकर Bhagawan का दिल भी भर आया और वो भी उन्हें छोड़कर जाने के ग़म में रोने लगे. एक शिक्षक और विद्यार्थी के बीच में ऐसा इमोशनल बॉन्ड अब बहुत ही कम देखने को मिलता है. Bhagawan इसे बनाने में कैसे कामयाब हुए, इसके पीछे की कहानी भी काफ़ी दिलचस्प है.

Bhagawan स्कूल के बाद भी बच्चों के सपनों, घर-परिवार आदि के बारे में बात करते हैं. उनका पढ़ाने का तरीका भी काफ़ी अलग है. कई बार वो बच्चों को प्रोजेक्टर के ज़रिये रोचक और प्रेरणादायक कहानियां सुनाते हैं.

अपने छात्रों के बारे में ANI से बात करते हुए Bhagawan ने कहा- मैंने ढर्रे पर न चलते हुए टीचिंग के नए तरीकों का इस्तेमाल किया. मैंने उनकी पारिवारिक समस्याओं को भी ध्यान से सुना. इस तरह उनके और मेरे बीच एक टीचर वाला नहीं, एक दोस्त या फिर बड़े भाई वाला रिश्ता कायम हो गया.

फ़िलहाल 10 दिनों के लिए प्रशासन ने Bhagawan के तबादले पर रोक लगा दी है. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे