सच्चा प्यार वही होता है, जो हर परिस्थिति में आपका साथ दे, आपका सहारा बने. जिसे आपके होने का एहसास हो. उस एहसास को ज़िंदा रखने के लिए वो हर, वो चीज़ करे जो ज़रूरी है. प्यार की इसी कसौटी पर खरे उतरे हैं, तमिलनाडु के Saravana Muthu. दरअसल, Saravana पेशे से एक मज़दूर हैं, जो लोहे का काम करते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ से एक ऐसा रिमोट बेड बनाया, जिसके चलते उन्हें 15 मार्च को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेशनल इनोवेशन प्राइज़ से नवाज़ा था.
Saravana ने ये रिमोट कंट्रोल बेड अपनी पत्नी के लिए बनाया है. कुछ दिनों पहले इनकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ था, जिसकी वजह से वो पिछले दो महीने से बेड रेस्ट पर हैं. इस दौरान उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. जैसे वॉशरूम जाने में उन्हें काफ़ी दिक्कत होती थी. अपनी पत्नी के इस दर्द को कम करने के लिए Saravana ने इस रिमोट कंट्रोल बेड का अविष्कार किया है.
TOI को बताया
मुझे बेड रेस्ट पर रहने वाले मरीजों की परेशानी समझ आ रही थी, कि कैसे उन्हें हर चीज़ के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है. यहां तक कि उनकी देखभाल करने वालों को भी काफ़ी परेशानी होती है. इसके अलावा मरीज़ की प्राइवेसी भी खतरे में पड़ जाती है. इन्हीं सब परेशानियों को कम करने के लिए मैंने रिमोट कंट्रोल बेड बनाने का फ़ैसला किया. इस रिमोट कंट्रोल बेड में फ़्लश टैंक, सेप्टिक टैंक है. इस बेड में तीन बटन हैं. एक बटन से बेड ओपन होगा, दूसरे बटन से क्लोज़ेट ओपन होगा और तीसरे बटन से टॉयलेट फ़्लश कर पाएंगे.
-Saravana Muthu
आगे बताया, शुरू में काफ़ी दिक्कतें आईं, लेकिन मैंने उम्मीद नहीं छोड़ी. मैंने इसके बारे में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल क़लाम से भी सलाह ली थी. तब उन्होंने इसे शुरू करने के लिए कहा और मुझे प्रेरित भी किया था. मैंने इसे एक साल के अंदर पूरा किया था.
-Saravana Muthu
आपको बता दें, 2015 से अब तक Sarvana को पूरी दुनिया से 350 बेड के ऑर्डर मिल चुके हैं.