1980-90 के दशक में स्टॉक मार्केट का बेताज बादशाह कहलाने वाला हर्षद मेहता कई हज़ार करोड़ का घोटाला कर जाएगा, ये शायद ही किसी ने सोचा हो. हर्षद मेहता, जिसके 4000 करोड़ के घोटाले का 1992 में पर्दाफ़ाश हुआ. अब Sony Liv पर इसी स्कैम से जुड़ी एक वेब सीरीज़ भी रिलीज़ हो चुकी है. और इस सीरीज़, इसके लीड एक्टर प्रतीक गांधी की लोग जमकर तारीफ़ कर रहे हैं. खैर, आज हम आपको सीरीज़ के बारे में नहीं, बल्कि असल ज़िन्दगी में हर्षद मेहता की मौत के बाद उनके परिवार का क्या हुआ इसके बारे में बताने जा रहे हैं.
हर्षद मेहता की तो 2001 में पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी, लेकिन उनके परिवार को उसके बाद एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी. 27 साल की कानूनी लड़ाई के बाद इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल ने आखिरकार फ़रवरी 2019 में दिवंगत हर्षद मेहता, उनकी पत्नी ज्योति और भाई अश्विन से की गई 2,014 करोड़ रुपये की टैक्स डिमांड को खारिज कर दिया.
इसी साल यानि 2019 में हर्षद की पत्नी ने स्टॉक ब्रोकर किशोर जनानी और फ़ेडरेल बैंक के ख़िलाफ़ भी एक केस जीता. किशोर, जिन पर हर्षद के 1992 से 6 करोड़ रुपये बकाया थे, उसे कोर्ट ने 18 पर्सेंट ब्याज के साथ ज्योति को लौटाने का आदेश दिया है.
हर्षद के भाई अश्विन मेहता ने अपने 50 के दशक में वकालत की डिग्री हासिल की और अब मुंबई हाईकोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस करते हैं. उन्होंने अकेले ही कई अदालती मामले लड़े और अपने भाई का नाम साफ़ करने के लिए बैंकों को क़रीब 1,700 करोड़ रुपयों का भुगतान किया. वे हर्षद के वकील के साथ ही उसकी फ़र्म में स्टॉक ब्रोकर भी थे.
हर्षद मेहता की 2001 में मौत के बाद उनके ख़िलाफ़ केस ख़त्म हो गया लेकिन अश्विन 2018 तक कानूनी लड़ाई लड़ते रहे, जब तक विशेष अदालत ने भारतीय स्टेट बैंक को धोखा देने के एक मामले में उन्हें बरी नहीं कर दिया.
हर्षद के बेटे अतुर मेहता के बारे में जानकारी के कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं हैं. Business Standard की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर्षद के बेटे अतुर मेहता ने 2018 में लोगों का ध्यान तब आकर्षित किया, जब उन्होंने बीएसई-लिस्टेड टेक्सटाइल कंपनी फ़ेयर डील फ़िलामेंट्स में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी खरीदी थी.
हर्षद मेहता की कहानी बेहद दिलचस्प है. उनकी लाइफ़ में कई परतें हैं, जिन्हें समझने के लिए आप चाहें वेब सीरीज़ देखें या फिर उनके बारे में पढ़ें. लेकिन एक बात साफ़ है कि हर्षद मेहता हमेशा लोगों के लिए एक जिज्ञासा का विषय बना रहेगा.