उम्र 9 साल और काम ऐसा कि पूरी दुनिया में फ़ेमस हो गया ये बच्चा, 1 घंटे में बनाए 172 व्यंजन

J P Gupta

कुकिंग एक कला है और इसे पैशन बना लिया जाए तो बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है. इस फ़ील्ड में बड़ा नाम किया है एक नन्हें शेफ़ हयान अब्दुल्ला ने. 9 साल के हयान ने एक घंटे में 172 डिश बनाने का रिकॉर्ड बनाकर एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. 

हयान अब्दुल्ला केरल के कोझिकोड ज़िले के रहने वाले हैं. इन्हें बचपन से ही कुकिंग का शौक था. इनकी मां राशा अब्दुल्ला ने बताया कि वो जब 4 साल का था तभी से ही खाना बनाने में उनकी मदद किया करता था.

youtube

हयान का ये शौक उसे यहां तक ले आया कि वो एक घंटे में 172 पकवान बनाने का रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुआ. हयान ने जो पकवान बनाए हैं उनमें पैनकेक्स, बिरयानी, जूस, डोसा, सलाद, मिल्क शेक, चॉकलेट आदि शामिल हैं. कोरोना महामारी के चलते ये कॉम्पिटिशन ऑनलाइन आयोजित किया गया था. 

newindianexpress

हयान के पिता चेन्नई में एक रेस्टोरेंट चलाते हैं, जिसका फ़ायदा उसे मिला क्योंकि उसने अपने रेस्टोरेंट में दूसरे शेफ़ को झटपट खाना बनाते देखा है. हयान ने इस बारे में बात करते हुए कहा- ‘मेरी फ़ैमिली ने नोटिस किया कि मैं बहुत जल्दी खाना बनाता हूं. तो मैंने सोचा क्यों न इसमें ही कुछ अलग किया जाए. मैं पिछले 1 हफ़्ते से ही जल्दी खाना पकाने की प्रैक्टिस कर रहा हूं और अपनी टाइमिंग भी रिकॉर्ड कर रहा हूं. मैंने इसके लिए कोई ख़ास तैयारी नहीं की थी.’

youtube

हयान हयान तीसरी कक्षा में पढ़ता है. उसका एक यूट्यूब चैलन भी है इसका नाम Hayan Delicacies है. हयान कुकिंग में बेस्ट है लेकिन उसका सपना पायलट बनना है. इसके अलावा वो ख़ुद का एक पास्ता बार भी खोलना चाहता है. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे