टाइम पर गैस कनेक्शन नहीं मिला, तो आदमी ने कंपनी पर केस कर मांग लिए खाने के पैसे

Abhishek

गैस कंपनियों का सही समय पर गैस कनेक्शन न देना भारत में कोई नई बात नहीं है. अहमदाबाद के एक 78 वर्षीय रिटायर्ड सरकारी अफ़सर, Khushal Banker ने एक गैस कंपनी में गैस कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, लेकिन कंपनी ने लापरवाही में 34 दिनों तक उनके घर में गैस कनेक्शन नहीं जोड़ा. मजबूरन इतने दिनों तक उनके परिवार को बाहर से मंगाए गए टिफ़िन पर निर्भर रहना पड़ा.

कम्पनी की इस लापरवाही को रिटायर्ड अफ़सर ने सहन नहीं किया. Khushal Banker ने बीते अगस्त में कंपनी के ख़िलाफ़ गुजरात के Consumer Court में केस फाइल किया. अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के अनुसार इस याचिका में Khushal ने कंपनी से 63,000 रुपए मुआवज़े के तौर पर मांगे जिसमें टिफ़िन और लीगल फ़ीस पर हुआ खर्च भी शामिल था.

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कोर्ट ने Khushal के पक्ष में सुनाया फ़ैसला

Khushal Banker के पक्ष में तो Consumer Court ने फ़ैसला सुना दिया, लेकिन कम्पनी ने कोर्ट के इस आदेश के ख़िलाफ़ एक अपील गुजरात स्टेट कमीशन में फ़ाइल की जिसकी सुनवाई 11 July को तय की गई.

हालांकि Ruling के ख़िलाफ़ दायर की गई अपील की सूचना  न तो Banker को थी न ही   Consumer कोर्ट को. इसी वजह से Adani गैस कंपनी से कोर्ट ने अपीलार्थी को मुआवज़ा न देने की वजह पूछी.

अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में Khushal Banker ने अपने घर के मेंटीनेंस का इरादा बनाया और गैस कंपनी से किचन में लगे पाईपलाइन को डिस्कनेक्ट करने का अनुरोध किया जिससे मरम्मत के दौरान कोई दुर्घटना न हो. जून 2014 में घर की मरम्मत शुरू हुई. 23 जुलाई को Khushal Banker ने कंपनी से गैस पाइपलाइन को फिर से जोड़ने के लिए आवेदन किया और 2,247 रुपये फ़ीस भी तत्काल जमा कर दी. लेकिन कंपनी ने 34 दिनों तक कनेक्शन जोड़ने पर ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से Khushal के परिवार को बाहर खाने के लिए निर्भर रहना पड़ा.

Banker ने बताया कि, घर की मरम्मत अगस्त में ही हो गई थी लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने गैस कनेक्शन 3 सितम्बर को दोबारा जोड़ा.

गैस कंपनी के वकील V M Pancholi ने कहा कि अपीलार्थी कंपनी से बेवजह मुआवजा मांग रहा है और उसका क्लेम झूठ पर बुना है. Banker का यह कहना कि उसके घर पर जुड़ी हुई पाइपलाइन एक महीने से काम नहीं कर रही है, झूठ है. कनेक्शन जोड़ने में केवल कुछ घंटे लगते हैं. 51,000 रूपये केवल टिफ़िन पर खर्च आना आधारहीन है. यह कंपनी पर लगाया गया झूठा आरोप है. हमारे पास प्रमाण है जब कंपनी के कर्मचारी गैस पाइप को फ़िक्स करने गए थे तब भी Banker के किचन की मरम्मत हो रही थी. 

feature image source: Buchananfireandoutdoor

Article Source: Ahmedabad Mirror

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