‘नेता चुन रहे हो, अपना जीजा नहीं’… गुरुग्राम में लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर रही है एक फ़ैमिली

Maahi

देशभर में इन दिनों चुनावी माहौल है. ऐसे में क्या नेता, क्या उनके समर्थक, हर कोई चुनाव प्रचार में लगा हुआ है.

व्यक्तिगत हित में नहीं, देशहित में वोट करें.

वोट देते समय चित्र नहीं, चरित्र देखा जाना चाहिए.
सिर्फ़ जाति के नाम पर वोट न करें. नेता चुन रहे हो, अपना जीजा नहीं. 

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दरअसल, गुरुग्राम का एक परिवार देश के मतदाताओं से कुछ इसी तरह की अपील कर रहा है. परिवार के सभी लोग शहर में घूम-घूम कर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं. ये लोग हर रोज़ शहर के चौक-चौराहों पर हाथ में होर्डिंग्स और बैनर लेकर खड़े हो जाते हैं.

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गुरुग्राम के जैकबपुरा निवासी धर्मबीर वर्मा पेशे से ऐडवोकेट हैं. धर्मबीर देश के सच्चे नागरिक होने का फ़र्ज़ बख़ूबी निभा रहे हैं. इसके लिए उनका पूरा परिवार लोगों से इस लोकसभा चुनाव के दौरान वोट करने और सही कैंडिडेट को वोट करने की अपील कर रहा है. ये परिवार हर दिन 2 से 3 घंटे के लिए लोगों जागरूकता फैलाने का काम करता है.

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सिर्फ़ इतना ही नहीं, धर्मबीर वर्मा पिछले आठ सालों से शहर में रोड सेफ़्टी के लिए भी काम कर रहे हैं. उन्होंने जैकबपुरा के अलावा पटौदी, कोकलावन और चंडीगढ़ में भी ट्रैफ़िक कंट्रोल का काम किया है.

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अब चुनावी माहौल में परिवार का मुखिया होने के नाते धर्मबीर वर्मा अपने बच्चों के साथ लोगों से वोट करने की अपील कर रहे हैं. शहर के प्रकाशपुरी चौक पर ये लोग अपने हाथों में मतदान के प्रति जागरूक करने वाले स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर खड़े मिल जायेंगे. ये लोग हर दिन दो से तीन घंटे यही काम करते हैं. जबकि धर्मबीर वर्मा की पत्नी सपना वर्मा इस मुहिम को सोशल मीडिया पर लोगों तक पहुंचाती हैं.

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इस दौरान धर्मबीर की 10 वर्षीय बेटी भाविका कहती हैं कि जब हम सभी मतदान करेंगे, तभी लोकतंत्र मज़बूत होगा. वहीं साढ़े सात साल के पार्थ कहते हैं कि वोट देकर हम एक ईमानदार और मज़बूत सरकार चुन पाएंगे.

जागरूकता के लिए 21 अप्रैल को करेंगे प्ले  

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जागरूकता अभियान के तहत धर्मबीर वर्मा के बच्चे 21 अप्रैल को शहर के कमला नेहरू पार्क में एक प्ले करने जा रहे हैं. भाविका और पार्थ इससे पहले भी समय-समय पर जागरूकता अभियान में हिस्सा ले चुके हैं.

शहर के गुरुद्वारा रोड स्थित सिद्धेश्वर स्कूल में 5वीं में पढ़ने वाली भाविका और तीसरी में पढ़ने वाले पार्थ स्कूल में बच्चों को जबकि घर पर आस-पड़ोस के लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने का काम करते हैं.

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