पुणे की ये महिला स्क्रैप टायरों से बनाती हैं सुंदर फ़ुटवियर, पर्यावरण के प्रति कर रही हैं जागरुक

Maahi

दुनियाभर में बढ़ते प्रदुषण को लेकर कई लोग अपनी छोटी-छोटी कोशिशों के चलते इसे कम करने का काम कर रहे हैं. ग्रेटा थनबर्ग से लेकर वंदना शिवा तक कई ऐसी महिलाएं हैं जो पिछले कई सालों से बढ़ते प्रदुषण को लेकर दुनिया को सचेत करती आ रहीं हैं.

twitter

पुणे की रहने वाली पूजा बदामीकर भी इन्हें में से एक हैं. पेशे से व्यवसायी पूजा अनोखे अंदाज़ में पर्यावरण जागरुकता को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं. वो पिछले 2 साल से ख़राब टायरों से फ़ुटवियर बनाने का काम कर रही हैं. उनके फ़ुटवियर ब्रैंड का नाम ‘निमिटल’ है.

twitter

पूजा बदामीकर ने Renewable Energy में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. साल 2018 में उन्होंने अपनी आईटी कंपनी की जॉब छोड़ दी. पूजा ने इस साल ‘अपकमिंग वूमेन एंटरप्रेन्योर अवॉर्ड‘ भी जीता है. इस काम के ज़रिए उनका उद्देश्य पर्यावरण जागरुकता को बढ़ावा देना है.

twitter

ANI से बातचीत में पूजा का कहना था कि, दुनियाभर में हर साल 1 बिलियन टायर कबाड़ में फेंक दिए जाते हैं, जिसकी वजह से प्रदुषण का लेवल काफ़ी बढ़ गया है. जब मैंने इस पर रिसर्च की तो मेरे दिमाग़ में ये आईडिया आया. इसके बाद मैंने स्थानीय मोचियों की मदद से ये काम शुरु किया और दो प्रोटोटाइप बनाए. इस तरह ख़राब टायरों से फ़ुटवियर बनाने की मेरी ये यात्रा शुरु हुई.

twitter
मैं अच्छे से जानती थी कि स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों के चलते ख़राब टायर पुन: उपयोग के लिए प्रतिबंधित कर दिए गए हैं. इन टायर्स का गैर-बायोडिग्रेडेबल होने के कारण भी समस्या पैदा हो सकती है. हमारे देश को इन्हीं समस्याओं का सामना न करना पड़े इसके लिए मैंने ये काम शुरू किया. 
twitter

बता दें कि पूजा बदामीकर पिछले 2 साल से वो ख़राब टायरों से फ़ुटवियर बनाने का काम कर रही हैं. वो अपने इस काम के ज़रिए हर साल पुणे शहर के बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने का काम कर रही हैं. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे