इस मृत कछुए के पेट में मिले 104 प्लास्टिक के टुकड़े, और इसमें ग़लती इसकी नहीं हम इंसानों की है

Kratika Nigam

जहां एक ओर प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ़ आए दिन समुद्री जीवों की जान प्लास्टिक की वजह से जा रही है. पिछले साल स्पेन में एक व्हेल मछली प्लास्टिक की वजह से मरी थी. अब फ़्लोरिडा के एक बीच पर हथेली के आकार का एक कछुआ मृत मिला है. उसकी मौत की वजह प्लास्टिक को बताया जा रहा है. उस कछुए के पेट से 104 प्लास्टिक के टुकड़े मिले हैं. 

सेंटर ने कछुए की तस्वीर और एक पोस्ट फ़ेसबुक पर शेयर करके इस बात की जानकारी दी. 

BokaRaton के Gumbo Limbo Nature Center, कुछओं की मॉनिटरिंग करता है उन्होंने CNN को बताया,

तट पर बहकर आए जीवों में 100% मृत जीवों की आंतों में प्लास्टिक मिलती है. इस कछुए के भी पेट में प्लास्टिक मिली है. 
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Gumbo Limbo Nature Center की असिस्टेंट Emili Mirowski ने CNN को बताया,

ये तस्वीर वाकई दिल को दहला देनी वाली है, ऐसा हम कई सालों से देखते आ रहे हैं अब हमें जागरूक होने की ज़रूरत है. हमें इस बात की उम्मीद है कि लोग इस तस्वीर को देख कर जागरूक होंगे. 
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आगे बताया,

सेंटर के बाहर एक कूलर रखा गया है, जिसमें लोग घायल कछुओं को छोड़कर जा सकते हैं ताकि उनका इलाज हो पाए. महासागरों में ये प्लास्टिक चिपक जाता है और कछुए के बच्चे इसे अपना खाना समझ लेते हैं.

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Gumbo Limbo Nature Center के को-ऑपरेटिव प्रोजेक्ट के तहत समु्द्र में क़रीब 8 किलोमीटर तक 800 से अधिक समुद्री कछुओं की देखभाल की जती है. इनका काम कछुओं की बीमारी का इलाज कर उन्हें समुद्र में दोबारा छोड़ने का है.

नेशनल ऑशेनिक एंड एटमॉस्फ़ेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में सबसे ज़्यादा कचरा समुद्रों में फेंका गया और ये प्लास्टिक कचरा समुद्र में कई सालों तक नष्ट नहीं होंगे. 

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इसलिए समुद्र में कचरा फेंकने से पहले सोचना ज़रूर. क्योंकि वो बोल नहीं सकते मगर जान उनकी भी क़ीमती है.

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