21 अप्रैल 2017 वो तारीख़ थी, जब मुंबई के डॉक्टरों को कड़ी मेहनत के बाद एक बड़ी सफ़लता हाथ लगी. दुनिया की सबसे वज़नी महिला मानी जा रही मिस्र निवासी, इमान अहमद ने करीब 171 किलोग्राम वज़न कम कर लिया. इमान का नया लुक भी सामने आया, जिसमें वो पहले से ज़्यादा फ़िट और बेहतर नज़र आ रही हैं.
मुंबई के सैफ़ी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने बताया कि, जब उन्हें 11 फरवरी को इलाज के लिए भारत लाया गया था, तब उनका वज़न 500 किलोग्राम था.
इमान के सफ़ल ऑपरेशन के दावे के ठीक 4 दिन बाद, यानि 25 अप्रैल 2017 को इस कहानी में एक नया ट्विस्ट आ गया. इमान की बहन साइमा सलीम ने डॉक्टर लकड़ावाला पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें झूठा करार दिया है. साइमा का कहना है कि ‘डॉक्टरों ने हमसे झूठ बोला है, हमें बेवकूफ़ बनाया है. इतना ही नहीं, इमान की बहन ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि ‘मेरी बहन की हेल्थ में कोई सुधार नहीं है, उसका वज़न भी कम नहीं हुआ है. वो बातचीत करने में अब भी असमर्थ है. मेरी बहन की हालत नाजुक है, ऐसे में डॉक्टर उसे डिस्चार्ज़ करने की सलाह कैसे दे सकते हैं.’
वहीं इमान की बहन के आरोपों पर पलटवार करते हुए डॉ. लकड़ावाला ने कहा, ‘इमान अब ठीक है और उनकी हालत लगातार बेहतर हो रही है, अब उनकी न्यूरोलॉजिकल कंडीशन का पता लगाने के लिए CT स्कैन किया जाएगा. साइमा ये विवाद इसलिए खड़ा कर रही हैं क्योंकि वे फ़ाइनेंशियल वजहों से अपनी बहन को मिस्त्र वापस नहीं ले जाना चाहती है.’
डॉक्टर के मुताबिक, ‘इमान का इलाज शुरू होने के 15 दिनों बाद तक सब कुछ ठीक था, लेकिन जब इमान की हालत में सुधार होने लगा और हमने इमान की बहन को उसे घर ले जाने की सलाह दी, तो उनके घरवालों ने हम पर झूठे आरोप लगाने शुरू कर दिए. इमान को वार्ड से CT स्कैन रूम भेजा जाएगा. वहां कोई भी उनकी हेल्थ में आए परिवर्तन का पता लगा सकता है और इससे साइमा के दावों की सच्चाई भी पता चल जाएगी.’
2016 में इमान के पिता मृत्यु हो गई थी. परिवार चलाने के लिए उसकी मां सिलाई का काम करती हैं. महज़ 11 साल की उम्र से इमान मोटापे की बिमारी से ग्रसित है.
फ़िलहाल इस कहानी में कौन सच्चा, कौन झूठा है, ये कहना अभी जल्दबाज़ी होगी. आने वाले वक़्त में इमान की हेल्थ की हालत देखकर ही सच्चाई का पता लगाया जा सकता है.