बीते शुक्रवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति, डॉनल्ड ट्रंप के अकाउंट को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया. CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के 88.7 मिलियन फ़ॉलोअर्स थे.
एक ट्वीट के अनुसार अकाउंट सस्पेंड किए जाने के बाद ट्रंप ने दूसरे ट्वीटर अकाउंट्स से ट्वीट करने की कोशिश की लेकिन सारे अकाउंट्स सस्पेंड कर दिए गए.
बीते बुधवार को ट्रंप के समर्थकों ने वॉशिंगटन डी.सी में तोड़-फोड़ की और US Capitol में घुस आये. इस हिंसा में 5 से ज़्यादा लोगों की जानें गईं और कई ज़ख़्मी हुए.
फ़ेसबुक ने भी ट्रंप के अकाउंट को सस्पेंड करने की घोषणा की थी. हालांकि ये सस्पेंशन हमेशा के लिए नहीं है और सिर्फ़ ट्रंप के सत्ता छोड़ने तक की अवधि के लिए है.
ट्रंप, ट्विटर के ज़रिए अपने विचार रखते थे और अपनी सोच, विचार समर्थकों और दुनिया तक पहुंचाते थे. ट्विटर का सहारा लेकर ट्रंप ने कई बार झूठ बोला, केबिनेट सेक्रेट्रीज़ को निकाला, विपक्ष के लिए अपशब्द कहे और अपने समर्थकों को भड़काया. बतौर राष्ट्रपति ट्रंप के कम्युनिकेशन का फ़ेवरेट ज़रिया था ट्विटर.
ट्विटर की प्रतिक्रिया-