अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइंस की एक फ़्लाइट से जबरदस्ती बाहर निकाले जा रहे एक व्यक्ति के वीडियो ने सोशल मीडिया यूज़र्स में आक्रोश पैदा कर दिया है. इस वीडियो में यूनाइटेड एयरलाइंस के एक जहाज़ के अंदर का है, जिसमें एक व्यक्ति को जबरजस्ती घसीट कर बाहर निकाला जा रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद एयरलाइंस की हर तरफ आलोचना की जा रही है.
ये घटना बीते रविवार सुबह की है, जब यूनाइटेड एयरलाइंस की फ़्लाइट नंबर- 3411 शिकागो से लुइसविले, केंटुकी जा रही थी और इस फ़्लाइट में ओवरबुकिंग थी. इस फ़्लाइट से ही एयरलाइंस के कुछ क्रू मेंबर्स को जाना था. क्योंकि विमान में एयरलाइन क्रू मेम्बर्स के बैठने के लिए जगह नहीं थी इसलिए हवाईअड्डे के सुरक्षाकर्मियों की मदद से फ़्लाइट में बैठे एशियन मूल के एक डॉक्टर को घसीटते हुए फ़्लाइट से जबरन बाहर निकाल दिया गया. इतना ही नहीं, इस डॉक्टर की पत्नी को भी विमान से बाहर कर दिया गया. यात्री से बदसुलूकी की इस पूरी घटना में डॉक्टर को चोट भी आई और उनके मुंह से खून भी निकलने लगा.
हालांकि, एयरलाइंस ने ट्वीट करके इस व्यव्हार के लिए माफी मांगी है और कहा है कि घटना की जांच की जा रही है. आपको बता दें किTwitter पर पोस्ट किये गए 50 सेकेंड के इस वीडियो को अब तक 17,000 से ज़्यादा बार री-ट्वीट की गया है.
यहां देखिये ये वीडियो:
इस वीडियो में साफ़-साफ़ दिखाई दे रहा है कि कैसे एक यात्री को विमान से खींचकर नीचे उतारा जा रहा है. वीडियो में जो सुरक्षाकर्मी यात्री को फर्श पर घसीटते हुए विमान से बाहर ले जा रहे हैं, उनकी यूनिफॉर्म पर पुलिस लिखा हुआ है. इस दौरान विमान में बैठे Jayse D. Anspach ने इस घटना का वीडियो भी बनाया और वीडियो को ट्विटर पर उपलोड भी किया.
वीडियो पोस्ट करने के साथ ही Jayse D. Anspach ने ट्वीट किया, ‘यूनाइटेड एयरलाइंस ने यात्री क्षमता से ज़्यादा लोगों की बुकिंग की और इसके बाद एयरलाइन्स के क्रू मेंबर्स चाहते थे कि हम चार लोग खुद ही अपनी सीट छोड़कर विमान से बाहर चले जाएं. क्योंकि हमारी सीट उन मेंबर्स को दी जानी थी, जिनका उसी दिन काम पर पहुंचना ज़रूरी था.’ Jayse ने आगे लिखा, ‘जब किसी ने भी मर्जी से अपनी सीट नहीं छोड़ी, तो यूनाइटेड एयरलाइन्स ने फैसला किया कि हमारे बदले वही फैसला ले लेगा कि किसे विमान से बाहर करना है. उन्होंने एशियन मूल के एक डॉक्टर और उनकी पत्नी को विमान से बाहर करने का फैसला किया.’
Jayse आगे लिखते हैं, ‘उस डॉक्टर को अगले दिन अस्पताल पहुंचकर ड्यूटी जॉइन करनी थी. इसीलिए उन्होंने विमान से बाहर उतरने से इनकार कर दिया. 10 मिनट बाद वही डॉक्टर भागते हुए विमान के अंदर आए. वह विमान के पिछले हिस्से में बने एक खंभे को पकड़कर बार-बार कहते रहे कि उन्हें घर जाना है.’
गौरतलब है कि यात्री को बाहर करने वाले तीनों सुरक्षाकर्मियों में से एक को ‘छुट्टी’ पर भेज दिया गया है. शिकागो विमानन विभाग ने इस बात की जानकारी दी. विभाग का कहना है कि उसकी हरकतों को माफ नहीं किया जा सकता है. शिकागो एविएशन डिपार्टमेंट ने कहा है कि वह इस घटना की जांच करेगा. विभाग ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि यह घटना उनके मानकों के मुताबिक नहीं है.
इस विमान में यात्रा कर रही एक यात्री Audra D. Bridges ने भी इस पूरी घटना का एक वीडियो अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किया. इस वीडियो को 4 लाख से ज़्यादा लोग देख चुके हैं.
वीडियो के साथ Audra ने लिखा, ‘जो भी वीडियो को देखे, इसे शेयर ज़रूर कीजिए. हम इस विमान के अंदर हैं. यूनाइटेड एयरलाइन्स ने इस विमान में ओवरबुकिंग की. इसके बाद उन्होंने यूं ही बेतरतीब तरीके से चुनकर लोगों को बाहर निकालने का फैसला किया, ताकि उनके क्रू मेंबर्स को सीट मिल सके.’ Audra ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ‘वीडियो में सुरक्षाकर्मी जिस इंसान को घसीट कर बाहर निकाल रहे हैं, वह एक डॉक्टर है और उन्हें अगली सुबह अस्पताल पहुंचना है. वह बाहर नहीं जाना चाहते. हम सबको बहुत गुस्सा आ रहा है.’ उनके इस वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट कर अपनी नाराज़गी और गुस्सा व्यक्त किया है.
सूत्रों की मानें, तो यूनाइटेड की ओर से बताया गया है कि इस विमान में ओवरबुकिंग थी और उन्होंने यात्रियों से अपनी इच्छा से सीट छोड़ने को कहा गया. एयरलाइन्स के मुताबिक, यात्री जब अपनी मर्जी से बाहर निकलने को तैयार नहीं हुआ, तो सुरक्षाकर्मियों को विमान के गेट पर बुलाया गया.
यहां देखिये लोगों ने ट्विटर पर किस तरह अपनी नाराजगी व्यक्त की:
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया गया, लोगों ने यूनाइटेड एयरलाइंस के खिलाफ़ जमकर अपना गुस्सा दिखाया और यात्रियों के साथ इस तरह के व्यवहार को गैर-जिम्मेदराना बताया. इस घटना में शामिल एक सुरक्षा स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया गया है, और शिकागो के उड्डयन विभाग ने एयरलाइंस कंपनी के खिलाफ़ जांच शुरू कर दी है. वहीं यूनाइटेड एयरलाइंस ने इस घटना के लिए अफ़सोस दिखाने या दुःख जताने के बजाए इसकी लिए पैसेंजर के व्यवहार को ही जिम्मेदार ठहराया दिया है. यूनाइटेड एयरलाइंस के सीईओ Ryan Ruggiero ने अपने ऑफ़िसर को लेटर लिखकर बताया है कि यात्री ने सुरक्षा अधिकारी की बात को मानने से इनकार कर दिया.
एयरलाइंस के एक अधिकारी Oscar Munoz का कहना था, ‘उस यात्री से कहा गया था कि प्लेन में सीट नहीं है इसलिए वो यात्रा नहीं कर सकता है, हालांकि एयरलाइंस ने इसके एवज में उसे 1000 डॉलर हर्जाना देने का भी वादा किया था. लेकिन यात्री का कहना था कि वो पेशे से एक डॉक्टर है और उसे अपने मरीज को देखने के लिए लुइसविले जाना था. लेकिन एयरलाइंस के स्टाफ़ ने पैसेंजर के इस तर्क को नहीं माना और उसे जबरदस्ती नीचे उतार दिया.’
इसके साथ ही Oscar Munoz ने ट्वीट किया, ‘ये घटना हम सबके लिए दुखद है. मैं इन ग्राहकों से माफ़ी मांगता हूं.’ उन्होंने लिखा, ‘हमारी टीम घटना की गहन समीक्षा कर रही है.’
गौरतलब है कि पिछले एक महीने में यह इस प्रकार की दूसरी घटना है. कुछ दिनों पहले यूनाइटेड एयरलाइन्स ने दो लड़कियों को फ़्लाइट में सफर करने से इसलिए रोक दिया था क्योंकि उन्होंने लेगिंग्स पहनी हुई थी. उस वक़्त भी सोशल मीडिया पर अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइन्स के खिलाफ़ लोगों ने जमकर नाराज़गी जाहिर की थी.
(Feature image source: Video screenrab)