1830 से जुपिटर के जिस तूफ़ान की तस्वीर वैज्ञानिक लेना चाहते थे, आख़िर वो नासा को मिल ही गई

Abhishek

नासा का अन्तरिक्ष यान जूनो, जुपिटर यानि बृहस्पति ग्रह के ‘ग्रेट रेड स्‍पॉट’ से केवल 5,600 मील ऊपर से गुज़रा. ‘ग्रेट रेड स्‍पॉट’ एक तूफ़ान है, जो जुपिटर पर लगभग 350 वर्षों से अधिक समय से मौजूद है.

नासा के ग्रह विज्ञान के डायरेक्टर जिम ग्रीन ने कहा कि-

बृहस्पति ग्रह के ‘ग्रेट रेड स्पॉट’ के तूफ़ान की फ़ोटो को क़ैद करना विज्ञान की अद्भुत कला है.उन्होंने यह भी कहा कि इन तस्वीरों को सबसे शेयर करके हमें ख़ुशी मिली. 

रेड स्पॉट के सबसे नज़दीक की तस्वीर यही है.

यह अन्तरिक्ष यान जूनो की बृहस्पति की ऑर्बिट में छठी उड़ान थी. नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि, रेड स्पॉट से गुज़रते वक़्त जूनो के सभी Instrument और कैमरे ठीक तरह से काम कर रहे थे.

1830 से ही वैज्ञानिकों की नज़र इस तूफ़ान पर है. ‘ग्रेट रेड स्पॉट’ ने लगभग 10,000 मील क्षेत्रफल को घेर रखा है.

जूनो ने बृहस्पति ग्रह के तूफ़ान को बिना किसी परेशानी के पार कर लिया.

बृहस्पति ग्रह के इस तूफ़ानी घेरे के क़रीब कभी कोई उपग्रह नहीं गया था.

नासा ने बताया कि दस जुलाई को जूनो रेड स्पॉट के ठीक ऊपर से गुज़रा. जूनो ने Cape Canaveral, Florida से 5 अगस्त 2011 को अन्तरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी.

Article And Feature Image Source: Metro

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