उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक पत्रकार और उसके दोस्त की हत्या का ख़ुलासा पुलिस ने किया है. पुलिस के मुताबिक, दोनों को अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइज़र डालकर ज़िंदा जला दिया गया था.
ये घटना 27 नवंबर के रात की है. बताया गया कि हमलावर राकेश सिंह निर्भीक के घर में जबरन घुस गए. जिसके बाद पत्रकार और उनके दोस्त पिंटू साहू को ज़िंदा जला दिया.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राकेश लखनऊ स्थित एक समाचार पत्र ‘राष्ट्रीय स्वरुप’ के लिए काम करते थे. पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि, इस मामले ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल, पिंटू साहू की मौत तो मौके पर ही हो गई थी, लेकिन राकेश को हॉस्पिटल पहुंचाया गया था.
अपनी मौत से ठीक पहले राकेश ने कथित तौर पर डॉक्टरों को बताया कि वो गांव के मुखिया द्वारा कथित भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लिख रहा था. एक वीडियो में उसे ये कहते हुए सुना जा सकता है कि, ये क़ीमत उसने सच को सामने लाने के लिए चुकाई है.
बता दें, पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों आरोपियों अकरम, ललित मिश्रा और रिंकू मिश्रा को 30 नवंबर को ही गिरफ़्तार कर लिया था.