UPSC 2018 की महिला टॉपर सृष्टि की सोच: ‘मेरा पहला अटेम्प्ट ही आख़री अटेम्प्ट होगा’

Sanchita Pathak

शुक्रवार को संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने 2018 की सिविल सर्विस परिक्षाओं का रिज़ल्ट घोषित किया है.


759 परिक्षार्थियों को IAS, IPS, IFS पदों के लिए चुना गया. कनिष्क कटारिया ने पूरी परिक्षा में और महिलाओं में भोपाल की 23 वर्षीय सृष्टि जयंत देशमुख ने टॉप किया.  

सृष्टि को 5वीं रैंक मिला. सृष्टि देशमुख ने राजीव गांधी प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से केमिल इंजीनियरिंग में B.E. किया है. अपने परिवार से पहली सिविल सर्वेंट हैं सृष्टि.


HT के मुताबिक, सृष्टि ने अपनी सफ़लता का सीक्रेट बताते हुए कहा,  

पढ़ाई में Consistency बरक़रार रख कर और ख़ुद पर यक़ीन रख कर ही कोई अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है. 

-सृष्टि देशमुख

सृष्टि ने पहली ही कोशिश में परिक्षा उत्तीर्ण कर ली. सृष्टि के शब्दों में, 

मैंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी थी. मैं सिर्फ़ पढ़ाई के लिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल करती थी. मैंने कहीं से कोचिंग नहीं ली. ऑनलाइन टेस्ट सीरिज़ और स्टडी मेटेरियल्स से मैंने परिक्षा की तैयारी की.

-सृष्टि देशमुख

सृष्टि ने आगे कहा, 

मैं बचपन से ही Administrative Officer बनना चाहती थी. न्यूज़पेपर और मैगज़ीन के ज़रिए मैंने ख़ुद को अपडेटेड रखा.

-सृष्टि देशमुख

हर साल लगभग 11 लाख परिक्षार्थी सिविल सर्विसेज़ की परिक्षा देते हैं.  

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