अफ़गानिस्तान में ISIS के आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए अमेरिका ने छोड़ा अब तक का सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम. ये पहली बार हुआ है कि ये 21,000 पाउंड का बम किसी जंग में इस्तेमाल किया गया हो. इस GBU-43 बम को M.O.A.B कहते हैं, जिसका पूरा नाम ‘Massive Ordinance Air Blast’ या ‘Mother Of All Bombs’ भी है. ये बम उस जगह गिराया गया है, जहां बीते शनिवार को मुठभेड़ में U.S.Green Beret का एक जवान ISIS आतंकवादियों के साथ जद्दोजहद में शहीद हो गया था.
Fox News के अनुसार, ये C-130 कार्गो प्लेन से छोड़ा गया था और इसका निशाना ISIS के ठिकानों वाली सुरंगें थीं. पेंटागन के प्रवक्ता Adam Stump ने बताया कि ये हमला 13 अप्रैल शाम 7:32 बजे अफ़गानिस्तान के नंगरहर प्रांत में हुआ, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर के करीब है. इसका परीक्षण साल 2003 में हुआ था. ये एक ‘संक्षिप्त हथियार’ है, जो ज़मीन में घुसता तो नहीं है, लेकिन सुरंग और एक बड़ा इलाका बर्बाद कर देता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इसे बहुत सफ़ल मिशन बताया है. ट्रम्प ने चुनाव के समय से ही ये साफ़ कह रखा है कि वो सीरिया और इराक जैसे इस्लामिक राष्ट्रों को तबाह करने में पीछे नहीं हटेंगे. ट्रम्प ने कहा कि अगर आप पिछले आठ हफ़्तों में हुई गतिवधियों की तुलना पिछले आठ साल से कर के देखेंगे, तो भी आपको काफ़ी फ़र्क दिखाई पड़ेगा. वहां की परिस्थिति बहुत खराब है, कभी भी वहां जंग छिड़ जाती है. आतंकवादी संगठन पिछले 15 सालों से क्षेत्र पर कबज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं.
वाइट हाउस के प्रवक्ता Sean Spicer ने कहा क-
बम गिराने के पीछे लक्षय उन सुरंगों और गुफ़ाओं को नष्ट करना था, जहां ये अतंकवादी खुले घूमते हैं और अमेरिकी ओर अफ़गानी सेना को निशाना बनाते हैं. Sean ने बताया कि ये एक बड़ा और ताकतवर हथियार है, जिसे बड़ी बेहतरीन तरीके से गिराया गया था. अमेरिकी फ़ोर्स ने पूरी कोशिश की, कि वहां की आम जनता इससे प्रभावित न हो.