इटावा में MBBS के सीनियर छात्रों ने रैगिंग के नाम पर 150 जूनियर छात्रों के सिर मुंडवा दिए

Maahi

देशभर के सभी कॉलेजों में रैगिंग पूरी तरह से बैन है. बावजूद इसके सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर्स के साथ रैगिंग के मामले सामने आते ही रहते हैं.  

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ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के ‘सैफ़ई मेडिकल कॉलेज’ से भी सामने आया है. जहां सीनियर छात्रों ने रैगिंग के नाम पर जूनियर छात्रों के सिर मुंडवा दिए.  

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मामला इटावा ज़िले के सैफ़ई स्थित ‘सैफ़ई मेडिकल कॉलेज’ का बताया जा रहा है. सीनियर छात्रों ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष में दाख़िला लेने वाले करीब 150 छात्रों के सिर मुंडवा दिए. ये मामला तब सामने आया जब इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा.   

https://www.youtube.com/watch?v=h-SSBkvyoPU

वीडियो में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के सभी छात्र सीनियर्स के आदेश पर अपनी क्लास में सिर झुकाकर जाते दिख रहे हैं. इस दौरान सभी छात्र हॉस्टल जाते वक़्त भी दूर से ही सीनियर्स को झुककर प्रणाम करते हैं. इतना ही नहीं, सीनियर स्टूडेंट्स जूनियर्स पर नज़र भी रखते हैं और जो गड़बड़ी करता है या लाइन से थोड़ा भी इधर-उधर होता है सीनियर गालियों की बौछार करने लगते हैं 

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हालांकि, रैगिंग को लेकर फ़िलहाल किसी भी छात्र ने कुछ भी नहीं कहा है. लेकिन कहा यही जा रहा है कि सीनियर्स छात्रों के कहने पर ही जूनियर्स ने सिर मुंडवाए हैं.  

amarujala

जब इस बारे में कुलपति डॉक्टर राजकुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कैंपस में रैगिंग की इजाज़त नहीं है. विश्वविद्यालय में रैगिंग के नाम पर मानसिक प्रताड़ना जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है यदि किसी छात्र को कोई परेशानी है तो उसे एंटी रैगिंग कमेटी से शिकायत करनी चाहिए. अगर ऐसा मामला है तो एंटी रैगिंग टीम जांच करेगी. 

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