एक तरफ़ कोरोना ने देश के तोते उड़ा रखे हैं तो, वहीं दूसरी ओर बीजेपी विधायक के साहबज़ादे हैं, जिन्हें घोड़े दौड़ाने से फ़ुरसत नहीं मिल रही है. जी हां, सच्ची-मुच्ची. कर्नाटक के गुंडुलपेट के बीजेपी विधायक निरंजन कुमार के सुपुत्र भुवनकुमार लॉकडाउन के बीच नेशनल हाईवे पर तगड़क-तुगड़क करते नज़र आए हैं.
भाईसाहब मैसूर-ऊटी-राष्ट्रीय-राजमार्ग पर घोड़े की सवारी कर रहे हैं, जो गुंडलुपेट शहर के सरकारी आईटीआई कॉलेज के पास स्थित है.
बीच हाईवे पर घोड़ा दौलाते वक़्त उन्होंने मास्क भी नहीं पहना हुआ है. मानो वो विधायक के बेटे नहीं बल्क़ि कोरोना का वैक्सीन हों.
अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर घोड़े की रफ़्तार से भी तेज़ वायरल हो रहा है. जो भी ये वीडियो देख रहा है, मारे गुस्से के आगबबूला हुआ जा रहा. लॉकडाउन की खुलेआम धज्जियां उड़ाने के लिए लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हालांकि, बीजेपी विधायक निरंजन कुमार को इसमें कुछ ख़ास गलत नज़र नहीं आया. उनका कहना है कि, ‘वीडियो में उनका बेटा है. कागज़ पर ऐसा कोई नियम नहीं हैं, जो ये कहता हो कि कोई घोड़े की सवारी नहीं कर सकता है.’
आगे उन्होंने कहा, ‘मैं कल बेंगलुरु में था और आज मैसूर में हूं. मुझे नहीं पता क्या हुआ, मैं पता करूंगा. अगर कुछ गलत हुआ है तो मैं उसे सही-गलत के बारे में बताऊंगा. मैं उसका बचाव नहीं करूंगा. अगर कुछ गलती होगी, तो मैं उसे बताऊंगा.’
वहीं, मास्क पर विधायक जी ने कहा कि वो और उनका परिवार ग्रीन ज़ोन में रहता है, यहां हर कोई मास्क नहीं पहनता.
‘यहां हर कोई मास्क नहीं पहनता है लेकिन हमें सभी को अपना फ़ेस कवर करने के लिए कहना चाहिए, इसमें मेरा बेटा भी शामिल है.’
हम तो कहेंगे विधायक जी, ज़रा प्यार से पुचकार के ही समझाइएगा, बच्चा अभी मासूम है. उसे क्या पता बाहर कोरोना बाबा आए हैं, झोली में भरके ले जाएंगे.
वहीं, घर लौट रहे मज़दूरों को सड़क पर देखते ही डंडा रसीद कर देने वाली पुलिस ने, इस मामले पर भी बेहद कड़ा रूख अख़्तियार किया है. उनका कहना है कि वो चेक करेंगे कि लॉकडाउन के दौरान हाईवे पर घोड़े की सवारी करना उल्लंघन है कि नहीं.
चामराजनगर के एसपी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान घुड़सवारी करने पर जैसे ही पुलिस को स्पष्टीकरण मिल जाएगा, वैसे ही कार्रवाई की जाएगी.