बेकार हो चुकी नहर को ख़ुद से ठीक किया आंध्र प्रदेश के कुछ आदिवासियों ने, कोशिश तारीफ़-ए-क़ाबिल है

Sanchita Pathak

जब कई बार अपील करने के बाद भी सरकार और स्थानीय प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी तो आंध्र प्रदेश के कुछ ग्रामीणों ने मामला अपने हाथ में ले लिया. 

New Indian Express की एक रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश के ज़िला विज़ियानगरम सरिका, वाराका और चिंतालावालासा गांव के लोगों ने ख़ुद से बेकार पड़ी एक नहर को ठीक कर लिया. हाल ही में आई बाढ़ की वजह से पानी के बहाव पर असर पड़ा था और नहर में रेत (Silt) जमा हो गई थी. 

New Indian Express

इस वजह से तीन गांव की लगभग 100 एकड़ खेती लायक ज़मीन को पानी नहीं मिल रहा था. ये नहर स्वर्णमुखी नदी से पानी खींचती है और तीनों गांव इस नहर के भरोसे ही खेती-बाड़ी करते हैं. 

वाराका के एक गांववाले ने बताया, 
‘हम अधिकारियों के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचे लेकिन उन्होंने हमारी दुख-दर्द पर ध्यान नहीं दिया.’ 

Wikimedia

अधिकारियों के रवैये को देखते हुए ग्रामीणों ने जेसीबी मंगवाई और 50 हज़ार देकर ख़ुद ही नहर ठीक कर ली.

इससे पहले भी विजयनगरम के चिंतमाला गांव के लोगों ने ख़ुद ही पैसे जमा करके 3 किलोमीटर की सड़क बना ली थी. ग्रामीणों की ये कोशिश क़ाबिल-ए-तारीफ़ है और प्रशासन पर कड़े प्रश्न भी करती है.

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे