अक़सर जब हम पुलिसवालों का नाम सुनते हैं. दिमाग़ में ग़लत और बेकार की बातें आ जाती हैं. पुलिस को लेकर ज़्यादातर लोग ग़लत बातें ही सोचते हैं. हांलाकि, बीच-बीच में ऐसी कई ख़बरें आती हैं, जो पुलिस को लेकर हमारी धारणाएं बदल देती हैं. ऐसी ही चंद अच्छी ख़बरों में से कश्मीर से आई ये ख़बर भी है.
कश्मीर के एक पुलिस अधिकारी ने ‘नेकी की दीवार’ स्थापित की है. ये दीवार ज़रूरतमंद लोगों के लिये बनाई है. जहां से वो अपनी रोज़मर्रा की हर ज़रूरत पूरी कर सकते हैं. बीते शनिवार जब श्रीनगर का पारा 2 डिग्री सेल्सियस से कम हो गया, तो जुबैर अहमद युवक ने दया की इस दीवार पर कंबल डाला. ताकि कोई ज़रूरतमंद इंसान उस कंबल से अपनी ठंड बचा सके.
‘Wall Of Kindness’ को पुलिस कार्यकल के बाहर बनाया गया, ताकि लोगों की मदद में किसी तरह की कमी न रहे. ‘वॉल ऑफ़ काइंडनेस’ को बनाने की पहल शेख आदिल मुश्ताक ने की थी. मुश्ताक बारामुला ज़िले के 2015 बैच के कश्मीर पुलिस सेवा (KPS) अधिकारी हैं. वो इस समय श्रीनगर में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में कार्यरत हैं.
पुलिस अधिकारी ने ‘नेकी की दीवार’ 13 नवंबर को ‘World Kindness Day’ पर बनाई थी. इसे बनाने की वजह वो दो युवक थे, जो मार्च में लगे लॉकडाउन और धारा 370 लगने के बाद लाचार हो गये थे. मुश्ताक का कहना है कि इस पहल को लेकर लोगों की ज़बरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. हर दिन कई लोग खाने-पीने की चीज़ें और कंबल देकर जाते हैं. अगर आपको किसी चीज़ की ज़रूरत है, तो दीवार से उठा कर ले जा सकते हैं. वहीं अगर किसी और के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो दीवार पर रख कर जा सकते हैं.
अधिकारी के इस नेक कार्य की वजह से स्थानीय लोग उन्हें भर-भर कर प्यार दे रहे हैं. मुश्ताक का कहना है कि हम सभी को दयालु होने की ज़रूरत है, ताकि महामारी से आसानी से निपटा जा सके.
आपको बता दें कि नेकी की दीवार की शुरूआत 2016 में ईरान के मशहद में हुई थी. ईरान की ये पहल जल्द ही दुनियाभर में मशहूर हो गई. छोटी सी मदद कई लोगों की ज़िंदगी बदल सकती है. इससे अच्छी बात क्या होगी.