अगर चलती हुई ट्रेन का ड्राइवर सो जाए तो क्या होगा? आज इसका जवाब भी जान लीजिए

Maahi

awesomegyan
theknowledgebaba

awesomegyan
awesomegyan

awesomegyan

अगर चलती हुई ट्रेन का लोको पायलट लगातार 1 मिनट तक संचालन से संबंधित गतिविधियों जैसे हॉर्न बजाना, ब्रेक मारना, स्पीड बढ़ाना या घटाना न करे, तो ऐसे में ट्रेन की ये डिवाइस’ तुरंत एक्टिव हो जाती है और ड्राइवर को ऑडियो मैसेज के माध्यम से संकेत दे कर सावधान कराती है. 

thehindu

इस दौरान लोको पायलट को इस ऑडियो मैसेज का जवाब देकर ये कन्फर्म करना होता है कि वो सोया नहीं है, बल्कि जगा हुआ है. इसके बाद भी अगर लोको पायलट कोई एक्शन नहीं लेता तो इस डिवाइस द्वारा ट्रेन में ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग लगना शुरू हो जाता है. इस दौरान ट्रेन क़रीब 1 या 2 किलोमीटर दूर जाकर ख़ुद ही रुक जाती है. ये डिवाइस रेल दुर्घटना को रोकने में बेहद कारगर है. 

thenewsminute

भारतीय रेलवे में लोको पायलट (ड्राइवर) के सो जाने के कारण रेल दुर्घटना के मामले कम ही सामने आते हैं, क्योंकि ट्रेन में लोको पायलट (ड्राइवर) की अनुपस्थिति में असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेन का संचालन करने के लिए मौजूद रहता है. वैसे भी रात के समय जिस ड्राइवर की ड्यूटी होती है उसे पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है.  

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे