What is Narco Test in Hindi: ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है कि व्यक्ति जुर्म के बाद ख़ुद ही पुलिस के सामने अपना अपराध कुबूल कर ले. अधिकतर मामलों में अपराधी अपना अपराध छिपाने की पूरी कोशिश करता है. इसलिए, पुलिस Criminal Investigation के कई तरीक़े अपनाती है, जिनमें कई मॉर्डन तरीक़े भी शामिल हैं, जैसे पॉलीग्राफ़, ब्रेन मैपिंग टेस्ट और नार्को-एनालिसिस. ये गैर-आक्रामक तरीक़े होते हैं, जिसमें अपराधी को शारीरिक चोट नहीं दी जाती है.
इस ख़ास लेख में हम आपको Narco Analysis या Narco Test के बारे में बताएंगे कि ये होता क्या है और सबसे पहले ये किस पर किया गया था. इसके अलावा, भारत में घटे कुछ ऐसे मालमों के बारे में भी बताएंगे जब नार्को टेस्ट का सहारा लिया गया.
क्या होता है नार्को टेस्ट? – What is Narco Test in Hindi
What is Narco Test in Hindi: ‘नार्को’ एक ग्रीक शब्द है जिसका मतलब होता है एनेस्थीसिया यानी बेहोशी. वहीं, Narco Analysis संगीन आपराधिक मामलों में व्यक्तियों से सच उगलवाने की एक गैर-आक्रामक मनोचिकित्सा तकनीक (Psychotherapeutic Technique) है, जिसमें साइकोट्रोपिक दवाओं का उपयोग किया जाता है.
नार्को टेस्ट को Truth Serum भी कहा जाता है और इसमें व्यक्ति की नसों में Anesthetist द्वारा साइकोट्रोपिक ड्रग इंजेक्ट करवाई जाती है. इस परीक्षण में व्यक्ति को अर्ध-चेतन अवस्था में लाया जाता है और इसके बाद जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है.
इस अवस्था में व्यक्ति का झूठ बोलना मुश्किल होता है और संभव है कि वो पूछे गए सवालों का जवाब सही-सही दे पाए. वहीं, ग़लत डोज़ की स्थिति में व्यक्ति कोमा में जा सकता है या उसकी मौत भी हो सकती है. इसलिए, दी जाने वाली दवा की मात्रा व्यक्ति की शारीरिक स्थिति, उम्र और लिंग पर भी निर्भर करती है.
व्यक्ति की सहमति ज़रूरी है
What is Narco Test in Hindi: इसे टेस्ट का इस्तेमाल पुलिस तब करती है, जब आपराधिक मामले से जुड़े सुबूत साफ़-साफ़ न मिल पाएं. वहीं, इसे करवाने के लिए पुलिस को कोर्ट की अनुमती लेनी होती है.
वहीं, एक और बात जानने योग्य ये है कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि नार्को एनालिसिस, ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ़ टेस्ट किसी भी व्यक्ति की सहमति के बिना नहीं किए जा सकते हैं.
कब किया गया था पहला नार्को टेस्ट – When was the First Narco Test Done in Hindi?
History of Narco Test in Hindi: ये जानना दिलचस्प हो सकता है कि सबसे पहला नार्को टेस्ट कब और कहां हुआ था. जानकारी के अनुसार, Narco शब्द Horseley नाम के वैज्ञानिक द्वारा गढ़ा गया था. वहीं, इसका सबसे पहला इस्तेमाल 1922 में यूएस में एक आपराधिक जांच के लिए किया गया था.
यूएस के टेक्सास के Robert House नाम के डॉक्टर (Obstetrician) ने एक Psychoactive Medication का इस्तेमाल दो क़ैदियों पर किया था.
भारत में कब-कब किया गया नार्को टेस्ट – Narco Test in India in Hindi
आइये, अब हम आपको क्रमवार बताते हैं भारत में कब-कब और किन-किन पर नार्को टेस्ट करवाया गया था. हमने कुछ चर्चित आपराधिक मामलों को ही नीचे शामिल किया है.
1. गोधरा कांड
On whom in India the Narco test has been done in Hindi: India Today के अनुसार, भारत में सबसे नार्को टेस्ट गोधरा कांड (2002) मामले में कराया गया था.
2. अब्दुल करीम तेलगी
Narco Test Related Criminal Cases in India: 2003 के Fake Stamp Paper Scam मामले में पकड़े गए आरोपी अब्दुल करीम तेलगी पर भी नार्को टेस्ट करवाया गया था. अब्दुल करीम तेलगी नक़ली स्टैंप पेपर बनाकर पैसा कमाता था.
3. निठारी कांड
Narco Test Related Criminal Cases in India: 2007 के निठारी कांड की जांच में भी नार्को टेस्ट की मदद ली गई थी. नोएडा के निठारी गांव में बच्चों की सिलसिलेवार हत्याओं में शामिल दो आरोपियों (मोनिंदर सिंह पंढेर और उसका नौकर सुरेंद्र कोली) पर नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराया गया था.
4. 26/11 मुंबई अटैक
Narco Test Related Criminal Cases in India: 26/11 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद पकड़े गये मुख्य आरोपी अजमल क़साब पर भी नार्को टेस्ट करवाया गया.
5. आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री
Narco Test Related Criminal Cases in India: 2008 के आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए भी नार्को टेस्ट की मदद ली गई थी. ये टेस्ट आरुषि के माता-पिता नूपुर और राजेश तलवार पर किया गया था. इसके अलावा, राजेश तलवार के अस्सिटेंट कृष्णा पर भी नार्को टेस्ट किया गया था.
6. अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम
Narco Test Related Criminal Cases in India: अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को 2005 में पुुर्तगाल से भारत लाया गया था. इसके बाद उस पर कई टेस्ट किये गए जिसमें पॉलीग्राफ़, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट भी शामिल थे.