WhatsApp पर फ़ेक न्यूज़ Forward करने वालों को ये न्यूज़ पढ़ कर बुरा… बहुत बुरा लगने वाला है!

Sanchita Pathak

लोक सभा चुनाव बस आ ही गए. फ़िल्म, डॉक्युमेंट्री के अलावा इस दौर में फ़ेक न्यूज़ का भी बोल-बाला बढ़ रहा है. 

चाहे वो जिगनेश मेवानी के थप्पड़ की ख़बर हो या फिर कुछ और. 


iGeeks

फ़ेक न्यूज़ WhatsApp के ज़रिए काफ़ी तेज़ी से फैलता है. इस ऐप के भारत में 200 Million से भी ज़्यादा यूज़र्स हैं. WhatsApp पर वायरल हुई फ़ेक न्यूज़ की वजह से कई मासूम ज़िन्दगियां बर्बाद हो चुकी हैं.  

फ़ेक न्यूज़ पर लगाम लगाने के लिए WhatsApp ने भारत में ख़बर की वैद्यता जांचने का तरीका लॉन्च किया है. 

Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को फ़ैक्ट चेकिंग सर्विस शुरू की गई. 

Wikipedia

एक स्टेटमेंट ने WhatsApp ने बताया कि उसने लोकल स्टार्टअप Proto को यूज़र्स द्वारा भेजे गए संदेशों को ‘True’, ‘False’, ‘Misleading’ या ‘Disputed’ में बांटने का ज़िम्मा दिया है. Proto, ग़लत जानकारी को अच्छे से समझने के लिए एक डेटाबेस भी तैयार कर रहा है.


WhatsApp के End To End Encryption के कारण Misinformation की जांच में कठिनाई होती है. 

फ़ेसबुक ने सोमवार को भारत और पाकिस्तान के 712 अकाउंट और 390 पेज को ‘ग़लत व्यवहार’ के इल्ज़ाम में डिलीट कर दिया.  

भारत की राजनैतिक पार्टियां एक-दूसरे पर फ़ेक न्यूज़ फैलाने का दोष मढ़ती है पर आम जनता भी किसी भी ख़बर की बिना जांच किए आगे Forward कर देती है.  

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे