प्रताप सारंगी: वो ‘फ़कीर’ नेता, जिसके शपथ लेते ही, पूरा राष्ट्रपति भवन तालियों से गूंज उठा

Sanchita Pathak

नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार कल राष्ट्रपति भवन से प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने PM मोदी और 57 अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई.


इन सब मंत्रियों में सबसे ज़्यादा चर्चा थी ओडिशा के प्रताप चंद्र सारंगी की. प्रताप सारंगी ने बतौर केंद्रीय राज्यमंत्री जब शपथ लिया, तो राष्ट्रपति भवन तालियों से गूंज उठा. यही नहीं, लोगों ने खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाईं.   

कौन हैं प्रताप सारंगी? 

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तस्वीरें ही काफ़ी हैं सारंगी के बारे में बताने के लिए. India Today की रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा के नीलगिरी विधानसभा सीट से दो बार(2004 और 2009) एमएलए रह चुके हैं सारंगी. इस बार सारंगी बालासोर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और बीजेडी के एमपी रबींद्र कुमार जेना को हराया. 

‘ओडिशा का मोदी’ 

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सोशल मीडिया पर सारंगी की ये तस्वीर काफ़ी वायरल हुई. अपने बांस के मकान से वे सिर्फ़ एक झोला पैक करके संसद जाने को तैयार हुए. लोगों ने उन्हें ओडिशा का मोदी कहा. 

साईकिल पर घूमते हैं गांव 

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एमएलए होने के बावजूद सारंगी साईकिल से ही गांव-गांव घूमते थे. सादे जीवन के लिए वे लोगों के बीच काफ़ी मशहूर हैं.


जहां एक तरफ़ उनके विरोधी SUV से चलते, उन्होंने ऑटो से लोकसभा चुनाव का प्रचार किया.   

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‘एकल विद्यालय’ की स्थापना की 

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सारंगी ख़ुद को मोदी का सैनिक कहते हैं. उन्हें लोग प्यार से ‘नाना’ कहते हैं और बड़े भाई की तरह मानते हैं. ओडिशा में वे बजरंग दल के स्टेट लीडर थे. उन्होंने कई ‘एकल विद्यालय'(गांव के स्कूल जिसमें सिर्फ़ एक शिक्षक होता है) की शुरुआत की. ऐसे शिक्षकों को पगार भी गांववाले पैसा इकट्ठा करके देते हैं. 

2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा 

आरएसएस प्रचारक सारंगी 2009 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय खड़े हुए. बीजेपी की तरफ़ से टिकट मिलने के बावजूद उन्होंने ऐसा किया. India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके बीजेपी से रिश्ते नहीं बिगड़े थे बल्कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफ़र के दौरान उनका टिकट खो गया था. नॉमिनेशन की डेडलाइन नज़दीक थी इसीलिए उन्होंने निर्दलीय ही नॉमिनेशन फ़ाइल किया. 

सारंगी के लिए सोशल मीडिया पर भी लोगों ने बधाईयों का तांतां लगा दिया- 

ऐसे नेता ही ग़रीबों की समस्याएं समझ सकते हैं.  

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