अगर आपसे पूछा जाए कि आमतौर पर सड़कों का कलर क्या होता है? तो ज़ाहिर है आप इसका जवाब काला या ग्रे रंग बताएंगे. साथ ही हमको ऊपर से नीचे तक जज करते हुए ये भी सोचेंगे कि ऐसा सिंपल सवाल पूछने के लिए हम ही मिले थे, जिसका जवाब तो झट से बच्चा-बच्चा भी बता देगा. लेकिन आप हमको भयंकर जज करने की पराकाष्ठाओं को पार कर जाएं, उससे पहले आपको बता देते हैं कि एक ऐसा देश भी है, जिसने अपनी सड़कों को नीले रंग में रंगवाया है. जी हां, यहां आसमान के साथ धरती भी ब्लू नज़र आती है. नीले रंग में रंगी इस देश की सड़कें वहां की ख़ूबसूरती में चार-चांद लगा देती हैं.
चलिए आपको बता देते हैं कि वो देश कौन सा है और वहां सड़कों को काले या स्लेटी रंग में रंगने के बजाय नीला रंगने की वजह क्या है.
Qatar Roads Blue
किस देश की सड़कें हैं नीली?
आपको ऐसा नज़ारा पश्चिमी एशिया में स्थित देश क़तर में देखने को मिल जाएगा. जब यहां नीले रंग की सड़कों पर कलरफ़ुल गाड़ियां स्पीड में दौड़ती हुई दिखाई देती हैं, तो ये अद्भुत नज़ारा होता है. क़तर एक इस्लामिक देश है, जहां की आबादी 2.6 मिलियन के क़रीब है. क़तर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा उच्च मानव विकास वाले देश के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसके पास दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा HDI है. क़तर दुनिया में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (Liquefied Natural Gas) का सबसे बड़ा निर्यातक है. हालांकि, इस छोटे से देश में हमेशा से नीली सड़कें नहीं थीं. ऐसा करने के पीछे एक ख़ास मकसद छिपा हुआ है.
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क्यों हैं इस देश की सड़कें नीली?
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चिंतित है. लगातार बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग से भविष्य में धरती पर ज़िंदगी जीना मुश्किल होता जाएगा. मानव की प्रकृति विरोधी एक्टिविटीज़ की वजह से धरती के तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है. कई देशों ने इसे कंट्रोल करने की पहल भी की है. इस लिस्ट में क़तर भी शामिल है. क़तर ने बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ़ आवाज़ अपने देश की सड़कों को नीले कलर में रंगकर उठाई है. साल 2019 के बाद से यहां की काले रंग की सभी सड़कें नीले रंग में तब्दील कर दी गईं. ऐसा कहा जाता है कि नीले रंग की सड़कें तापमान को बैलेंस करने में एक बड़ा रोल प्ले करती हैं. (Qatar Roads Blue)
सड़क के रंग का क्या है तापमान से कनेक्शन?
ये बात एक तथ्य है कि डार्क कलर्स ज़्यादा हीट सोखते हैं. जितना एक कलर काले रंग के क़रीब होगा, उतना ही वो लाइट के सोर्सेज़ से ज़्यादा एनर्जी सोखेगा. वहीं, लाइट कलर्स ज़्यादा से ज़्यादा हीट रिफ्लेक्ट करते हैं. यहां तक वो सूरज की गर्मी भी रिफ्लेक्ट करते हैं. वहीं डार्क कलर्स सोलर हीट रिफ्लेक्ट कम और सोख ज़्यादा लेते हैं. इस वजह से वो लाइट कलर्स की तुलना में ज़्यादा गर्म होते हैं. काले रंग की सड़क का तापमान भी 20 से 25 डिग्री ज़्यादा होता है. साथ ही अगर पेड़ भी सड़कों के आसपास से हटा दिए जाएं, तो ये तापमान और बढ़ जाएगा. इसलिए क़तर में सड़कों को नीला रंग कर तापमान में बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है.
किन-किन जगहों पर सड़कों को नीला किया गया है?
ऐसा कोई देश तो नहीं है, जहां सड़के नीली की गई हों. पर कई देशों के शहरों में ये क़दम उठाए गए हैं. इनमें लास वेगास, मक्का और टोक्यो का नाम शामिल है. (Qatar Roads Blue)
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आमतौर पर क्यों काले रंग की होती हैं सड़कें?
सड़कों को काले रंग में रंगने की एक वजह डामर कंक्रीट भी है, जो कम क़ीमत पर उपलब्ध है. इसको बनाने में लागत भी कम आती है. गर्मियों और हाई टेम्नप्रेचर के दौरान, काला रंग सोलर रेडिएशन को प्रतिबिंबित नहीं करता है, जिससे हमें सड़कें क्लियर दिखाई देती हैं. रात के समय काली सड़कों पर चमकीले रंग आसानी से देखे जा सकते हैं. (Qatar Roads Blue)
क़तर ने पर्यावरण के प्रति काफ़ी बढ़िया क़दम उठाया है.