अगर आप किसी बड़े सरकारी ऑफ़िसर के कार्यालय गये हों तो अपने देखा होगा कि उनकी कुर्सियों पर सफ़ेद तौलिया (White Towel) रखा हुआ होता है. दशकों से चली आ रही इस परंपरा के पीछे का लॉजिक क्या है इसके बारे में कोई भी सटीक जवाब दे नहीं पाता है. यहां तक कि साहब की कुर्सी पर चमचमाता सफ़ेद तौलिया रखने वाले चपरासी को भी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन आज भी आप कई सरकारी दफ़्तरों में अधिकारियों की कुर्सियों पर सफ़ेद तौलिया देख सकते हैं. हालांकि, आज की युवा पीढ़ी के कुछ अधिकारियों को इसके रखने या नहीं रखने से कोई फ़र्क नहीं पड़ता.
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अक्सर लोगों के मन में भी ये सवाल उठता ही रहता है कि आख़िर सरकारी दफ़्तरों की कुर्सियों पर सफ़ेद तौलिया (White Towel) क्यों रखा जाता है और इसके पीछे की असल वजह क्या है? तो चलिए आज आपकी इस दुविधा का जवाब आसान भाषा में दे देते हैं-
पिछले दिनों इस सवाल को लेकर सोशल मीडिया पर देश के कई बड़े IAS, IPS, IRS अधिकारियों के बीच जंग छिड़ गई थी. ये कोई आपसी लड़ाई नहीं, बल्कि सफ़ेद तौलिये पर सटीक जवाब देने की जंग थी. इस दौरान हर किसी के पास अपने-अपने तर्क थे. इनमें से कुछ सही थे तो कुछ नये लेकिन मज़ाकिये भी थे. देश के कुछ IAS, IPS, IRS अधिकारियों के इन्हीं मज़ाकिया जवाबों ने सोशल मीडिया पर महफिल लूट ली थी. सफ़ेद तौलिया (White Towel)
सफ़ेद तौलिया (White Towel)
दरअसल, इसकी शुरुआत IRTS अधिकारी संजय कुमार के एक ट्वीट से हुई, जिसमें उन्होंने लिखा- ‘अगर 1 कमरे में 10 एक जैसी कुर्सियां हों तो सीनियर की कुर्सी में अंतर कैसे करें? साथ ही जवाब भी दिया- ‘उस पर सफ़ेद तौलिया रख दें’.
बस फिर क्या था उनके इस ट्वीट के जवाब में सोशल मीडिया पर ज्ञान की गंगा बहने लगी. इस दौरान IAS, IPS, IRS अधिकारियों के एक से बढ़कर एक ज़बरदस्त जवाब ने माहौल एकदम मस्त बना दिया. इस दौरान किसी ने कहा- ‘सीनियरटी के प्रतीक के रूप में ये सफ़ेद तौलिया भारतीय इनोवेशन है’. तो किसी का जवाब था- ‘जब AC नहीं होते थे तो उस दौर में सफ़ेद तौलिया नमी रोकने का देशी जुगाड़ होता था’.
सफ़ेद तौलिये का ब्रिटिश इतिहास
इस दौरान IRS अधिकारी विकास प्रकाश सिंह ने जवाब दिया, ‘भारतीय नौकरशाही में ‘सफ़ेद तौलिया’ हमेशा से एक जिज्ञासु मामला रहा है. लेकिन असल में इसकी शुरुआत ब्रिटिशकाल के दौरान हुई थी. इसके पीछे का मुख्य कारण था उस दौर में बनने वाली पतले कुशन की कुर्सियां. ठंड से बचाव हो इसलिए भी तौलिये का इस्तेमाल होता था. जबकि गर्मियों में अंग्रेज़ अधिकारी पसीना सोखने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते थे. ब्रिटिशकाल से ही हम इस परंपरा से जुड़ गई, जो आज तक कायम है’.
सफ़ेद तौलिये का राजनीति कनेक्शन
सफ़ेद तौलिये का भी अपना एक अलग ही एटीट्यूड है. सफ़ेद तौलिये का ये चलन केवल सरकारी अधिकारियों तक ही नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति में भी इसका बड़ी मात्रा में इस्तेमाल होता है. इसे आपने राजनेताओं और मंत्रियों की कुर्सियों में भी देखा होगा. इसलिए सफ़ेद तौलिये को हमेशा ‘इंडियन पावर पॉलिटिक्स’ से भी जोड़कर देखा जाता रहा है. सफ़ेद तौलिया (White Towel)
ब्रिटिशकाल से लेकर आज के सोशल मीडिया युग तक कुर्सियों पर सफ़ेद तौलिया (White Towel) रखने की वजह चाहे जो भी हो, लेकिन इस पर फिलहाल कोई एक राय नहीं बन पाई है.
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