जानिए क्यों देह व्यापार वाली जगहों को कहते हैं  ‘रेड लाइट एरिया’, लाल रंग से क्या है इसका संबंध?

Abhay Sinha

Why Prostitution Area Called Red Light Area: ‘रेड लाइट एरिया’ शब्द सुनकर आपके दिमाग़ में क्या आता है? ज़ाहिर है कि ट्राफ़िक सिग्नल तो नहीं आता होगा. ऐसा इसलिए है कि बरसों से इस टर्म का इस्तेमाल देह व्यापार यानि Prostitution वाले एरिया के लिए होता है. वो जगह जहां सेक्स वर्कर काम करती हैं.

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मगर कभी आपने सोचा है कि देह व्यापार की जगह को रेड लाइट एरिया क्यों कहते हैं?

कहां से आया रेड लाइट एरिया नाम?

इसके पीछे कई मान्यताएं प्रचलित हैं. हज़ारों वर्षों से जिस्म बाज़ार का लाल रंग से रिश्ता रहा है. लाल रंग को बहुत ही संवेदनशील माना जाता है और ये कामुखता का प्रतीक भी होता है. वहीं, रेड लाइट एरिया को ‘रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट’ से जोड़ कर ही देखा जाता है.

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माना जाता है कि ‘रेड-लाइट डिस्ट्रिक्ट’ 1890 के दशक में डॉज सिटी, कंसास में गढ़ा गया एक शब्द था. संयुक्त राज्य अमेरिका में वूमेंस क्रिश्चियन टेम्परेंस यूनियन की बैठक में रेड-लाइट डिस्ट्रिक्ट्स का उल्लेख किया गया है. वहीं, ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के मुताबिक, इस शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल ओहियो के एक न्यूज़पेपर सैंडुस्की रजिस्टर में हुआ था.

Why Prostitution Area Called Red Light Area

कहते हैं कि डॉज सिटी, कंसास में रेलवे स्टेशन के पास एक व्यस्त इलाका था जहां देह व्यापार करने वाली महिलाएं रहती थीं. जब रेलकर्मी इन सेक्स वर्कर के पास जाते थे तो उनके पास लाल लालटेन हुआ करती थी. रेलकर्मी अपने लाल लालटेन को सेक्स वर्कर्स के दरवाज़े के बाहर छोड़ देते थे, ताकि जब उन्हें काम पर वापस जाना पड़े तो उन्हें जगाया जा सके.

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डॉज सिटी जैसी कहानी आपको चीन में नज़र आएगी. यहां वेश्यालय के बाहर लाल कपड़े के लालटेन लटकाए जाते थे, ताकि लोगों को पता चल सके कि वहां उन्हें क्या मिलेगा. लाल रंग और देह व्यापार करने वाली महिलाओं के बीच संबंधों का ज़िक्र एक धार्मिक किताब से भी मिलता है. इस किताब के अनुसार, रहाब नाम की सेक्स वर्कर अपने घर की पहचान के लिए लाल रंग की रस्सी का प्रयोग करती थी.

ऐसे ही 17वीं शताब्दी के नाविकों की भी एक कहानी बताई जाती है. जिसके मुताबिक, एम्स्टर्डम में जब नाविक उतरते थे तो देह व्यापार करने वाली महिलाएं लाल लालटेन के साथ नज़र आती थीं. नाविक बहुत वक़्त से अपने परिवार से दूर रहते थे. ऐसे में वो कुछ अच्छे पल इन महिलाओं के साथ बिताने को ढूंढते थे. हाथ में लाल लालटेन की वजह से वो उन्हें आसानी से पहचान जाते थे.

लाल रंगों के साथ Prostitution का संबंध सदियों से चला आ रहा है. यही वजह है कि आज भी देह व्यापार वाली जगहों को रेड लाइट एरिया कहा जाता है.

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