सफ़र पर निकला था ये परिवार, लेकिन यूपी में ही महिला और बच्चों को ख़त्म करने की रची गई साज़िश

Sanchita Pathak

एक ट्रेन… जिसकी रफ़्तार 50 किमी प्रति घंटा भी नहीं होगी. उसके टूटे-फूटे जनरल डब्बे में सवार एक महिला और उसकी 4 बेटियां. आम सा लग रहा होगा ना ये वाक्या? ट्रेन का ये सफ़र बहुत से मायनों में आम नहीं है. ये परिवार पंजाब से निकलकर बिहार के मोतीहारी ज़िले तक जा रहा था, लेकिन यूपी के सीतापुर तक पहुंचते-पहुंचते महिला और 1 बेटी की मौत हो गई.

महिला और उसकी बेटियों को कोच के डब्बे से ही अलग-अलग स्थान पर फ़ेंका गया.

इस घिनौनी साज़िश में शामिल संदिग्धों में बेटियों के पिता और चाचा का नाम भी आ रहा है.

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सोमवार को हुई घटना की शुरुआती जांच रेलवे पुलिस ने की और ये बताया कि महिला के साथ उसकी 3 बेटियां थीं, जिनकी उम्र 4-9 साल के बीच थी. इन सबको अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस से यूपी के सीतापुर के पास फेंका गया.

बुधवार को पता चला कि महिला की तीन नहीं, बल्कि 4 बेटियां थीं और साज़िश को अंजाम देने वाले सभी को मौत के घाट उतारना चाहते थे. बुधवार को ही इन बच्चों की मां, आफ्रीन ख़ान का क्षत-विक्षत शरीर, लखीमपुर खेड़ी ज़िले में मैगलगंज के पास से बरामद किया गया.

इससे पहले मंगलवार को आफ्रीन की 7 साल की बेटी का शरीर सीतापुर के पास से बरामद किया गया था.

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बाकी तीन बहनों का इलाज चल रहा है. तीनों में से सिर्फ़ अन्बुल बयान देने के क़ाबिल है, बाकि लड़कियों की हालत नाज़ुक है. लेकिन अन्बुल भी बयान बदल रही है, पहले उसने अपने पिता, इद्दुदीन पर इल्ज़ाम लगाया फिर अपने मामा को कुसूरवार ठहराने लगी. पुलिस बच्चों के मामा से पूछताछ कर रही है.

पुलिस का मानना है कि बच्चियों की मां को मैगलगंज से पहले फेंका गया और बच्चियों को सीतापुर के आस-पास फेंका गया.

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TOI में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को बिहार पुलिस भी जांच से जुड़ गई, और इसके साथ ही पूरी घटनाचक्र में एक नया मोड़ आया. बिहार पुलिस की मानें तो आफ्रीन खान(35) और मोहम्मद इद्दुदीन(39) की 5 बेटियां हैं, रुबीना(12), अन्बुल(10), मुनिया(6), शमीना(4). मुनिया और आफ्रीन की मौत हो गई, जबकि सबसे छोटी बेटी और पिता लापता हैं.

यूपी पुलिस की जांच की बिनाह पर अब तक ये माना जा रहा था कि ये परिवार पंजाब से मोतीहारी जा रही थी. लेकिन बिहार पुलिस ने जांच में पाया कि 7 लोगों के इस परिवार ने सोमवार को बेतिया से 15655, गुवाहाटी-कटरा ट्रेन ली थी.

ये घटनाचक्र सुलझने के बजाए और उलझता दिख रहा है. उम्मीद है मृतकों को न्याय और दोषियों को जल्द सज़ा मिलेगी.

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