मिलिए उस महिला से जिसने कभी बुरा माने जाने वाले योग को सऊदी अरब में दिलवाया खेल का दर्जा

Komal

37 वर्षीय Nouf Marwaai को सऊदी अरब में योग को खेल का दर्जा दिलवाने का श्रेय जाता है. Nouf का कहना है कि योग के कारण ही उनका ब्रेस्ट कैंसर ठीक हुआ है. सऊदी अरब में ‘अरब योग फ़ाउंडेशन’ की शुरुआत करने वाली Nouf ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है कि सऊदी सरकार ने योग को खेल का दर्जा दे दिया है.

Jeddah की Nouf ने कैंसर के लिए कीमोथेरेपी नहीं ली थी, बल्कि योग का सहारा लिया था. अब वो एक सर्टिफ़ाइड योग और आयुर्वेद एक्सपर्ट बन चुकी हैं. उनका कहना है कि योग शरीर के लिए नहीं, दिमाग के लिए भी अच्छा होता है.

उन्होंने एक भारतीय योग टीचर से योग सीखा और इसके फ़ायदों को देखते हुए उन्होंने इसका गहन अध्ययन करने का फैसला किया. वो भारत आयीं और योग व आयुर्वेद को करीब से जाना.

इस सबके बाद भी वो सऊदी में योग नहीं सिखा पा रही थीं. उन्हें धमकियां मिला करती थीं, क्योंकि वहां योग को अच्छा नहीं माना जाता था. Nouf एक तरह से सऊदी अरब की पहली योग शिक्षिका हैं. सऊदी अरब में अब लाइसेंस लेकर योग सिखाया जा सकेगा.

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