Chandrayaan 3 Scientists Team: भारत का चंद्रयान-3 अभियान अपने अंतिम चरण में है. ISRO का ये अंतरिक्ष यान आज चांद की सतह पर उतरेगा. मिशन चंद्रयान-3 को सफल बनाने में देश की अलग-अलग शहरों से आए प्रतिभाओं और वैज्ञानिकों का योगदान है.
इनमें से किसी ने अत्याधुनिक कैमरा बनाने में, तो किसी ने लॉन्चिंग पैड बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले इन प्रतिभाओं ने दुनिया भर में अपने ज़िले-शहर का नाम रौशन किया है. आइए जानते हैं ऐसी ही मेधाओं से जो चंद्रयान-3 टीम का हिस्सा हैं.
Chandrayaan-3 Mission Team
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1. हरिशंकर गुप्ता-प्रयागराज
इलाहाबाद यानी प्रयागराज के रहने वाले वैज्ञानिक हरिशंकर गुप्ता ने चंद्रयान-3 को चांद पर सुरक्षित उतारने के लिए हेजार्डस डिटेक्शन मैकेनिज्म तैयार किया है. इसकी मदद से लैंडिंग के दौरान लैंडर ख़ुद ही सामने आने वाले ख़तरे जैसे गड्ढे आदि को भांप कर सुरक्षित जगह पर उतरने की कोशिश करेगा.
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2. आलोक पांडेय- मिर्ज़ापुर
मिर्ज़ापुर के लाल आलोक पांडेय के हाथ में इस मिशन की लैंडिंग और क्म्यूनिकेशन की ज़िम्मेदारी इनके कंधों पर है. ये मंगलयान मिशन-2 का भी हिस्सा थे.
3. आशीष मिश्रा- उन्नाव
लैंडर के प्रोपल्शन सिस्टम को विकसित करने में उन्नाव के वैज्ञानिक आशीष मिश्रा ने अहम योगदान दिया है. इन्होंने नियंत्रण इलेक्ट्रोनिक्स और थ्रॉटलिंग वॉल्वो को सटीक बनाने में मदद की है.
4. सुष्मिता चौधरी- कोटा
चंद्रयान 3 का हिस्सा हैं राजस्थान के कोटा के श्रीनाथपुरम की रहने वाली सुष्मिता चौधरी. ये लॉन्च व्हीकल की ट्रेजेक्टरी को डिज़ाइन करने वाली टीम में थी. ये कल्पना चावला को अपना आदर्श मानती हैं. (Chandrayaan 3 Moon Landing)
5. प्रियांशु- उमरिया
मध्य प्रदेश के उमरिया ज़िले के रहने वाले वैज्ञानिक प्रियांशु मिश्रा ने Chandrayaan-3 मिशन में अहम भूमिका निभाई है. इन्होंने तीनों चरण की ट्रेजेक्टरी को डिज़ाइन किया है. इसमें स्पेसक्राफ्ट को लिफ्ट टॉक्स से पृथ्वी और चंद्रमा की कक्षा में छोड़ने तक के तीनों चरण की ट्रेजेक्टरी शामिल है.
6. रवि कुमार वर्मा- धार
अंतरिक्ष विज्ञानी रवि कुमार वर्मा और इनकी टीम ने इसरो के अहमदाबाद सेंटर में चंद्रयान-3 में लगने वाली धातुओं एल्यूमीनियम, स्टील, टेफ़लोन आदि का परीक्षण किया है. उनकी जांच में खरे उतरने के बाद ही उन्हें मिशन में इस्तेमाल किया गया है. (Chandrayaan 3 Landing)
7. सुमित कुमार- फतेहपुर
Chandrayaan 3 के लैंडर और रोवर में हाई डेफ़िनेशन कैमरा लगे हैं. इन अत्याधुनिक कैमरों को अंतरिक्ष विज्ञानी सुमित कुमार और उनकी टीम ने डिज़ाइन किया है. सुमित यूपी के फतेहपुर ज़िले के रहने वाले हैं.
8. धर्मेंद्र प्रताप यादव- फिरोजाबाद
फिरोजाबाद के रहने वाले धर्मेंद्र प्रताप यादव भी इस टीम का अहम हिस्सा हैं. इसरो में कार्यरत इस वैज्ञानिक ने चंद्रयान 1 और 2 में भी अपनी सेवाएं दी थी. धर्मेंद्र एक किसान के बेटे हैं.
9. रवि कुमार-सीतामढ़ी
चंद्रयान-3 की नेटवर्क सिक्योरिटी को हैंडल कर रहे हैं बिहार के लाल रवि कुमार. सीतामढ़ी के रहने वाले रवि कुमार इसरो में कार्यरत हैं. ये चंद्रयान-2 पर भी काम कर चुके हैं.
10. रवि केसरवानी- प्रतापगढ़
चंद्रयान-3 में Spectro Polarimetry of Habitable Planet Earth (SHAPE) सिस्टम लगा है. इससे वो सीधे धरती से प्रकाश ले रहा है. इस सिस्टम को प्रतापगढ़ के रवि केसरवानी और उनकी टीम ने फिट किया है.