What Astronauts Left On The Moon: भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अब सारी अंतरिक्ष एजेंसियों की निगाहें चांद पर हैं. NASA से लेकर चीन तक की स्पेस एजेंसी वहां पर आदमी को उतारने की तैयारियों में जुटी हैं.
वैसे सबसे पहले चांद पर इंसान को पहुंचाने का काम NASA ने किया था. उसके Apollo मिशन के तहत अब तक 12 लोग चांद पर चहलकदमी कर चुके हैं. चांद पर भले ही जीवन अभी संभव न हो पर वहां पर उसकी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. मगर क्या आप जानते हैं वहां पर जीवन की तलाश करने गए लोग मून पर अपने पीछे क्या छोड़कर आए हैं?
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चांद पर क्या छोड़कर आए हैं अंतरिक्ष यात्री?
NASA के एस्ट्रोनॉट्स वहां पर बहुत सारा सामान छोड़कर आए हैं. आपको जानकर हैरानी होगी की इस लिस्ट में इंसानी मल भी शामिल है. नासा की अधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, वहां पर झंडे, पंख, हथौड़ा, फ़ैमिली फ़ोटोज, गोल्फ़ बॉल, पुराने टीवी सेट्स और 96 बैग. इन बैग्स में वो वेस्ट था जो एस्टोनॉट्स ने वहां अपने शरीर से निकाला था. यानी इंसानी मल और उल्टी आदि. (Weirdest Things Astronauts Left on the Moon)
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चांद पर क्यों छोड़ा गया इंसानी मल?
इंसान के मल में बैक्टीरिया होते हैं. नासा इन बैग्स वापस धरती पर लाने की फिराक में है. वो इनका अध्ययन कर ये पता लगाएंगे कि इतने सालों में वहां पर इस मल आदि पर चांद के वातावरण क्या प्रभाव पड़ा. क्या उस का हाल वैसा ही हुआ जैसा धरती पर होता है? इससे नासा चांद पर रहने की संभावनाओं को पुख्ता करने की कोशिश करेगा.
चंद्रयान-3 का रोवर चांद पर क्या काम करेगा?
चांद पर स्पेसक्राफ़ट भी इसीलिए भेजे जाते हैं. वो वहां की मिट्टी, तापमान, लिक्विड आदि की जांच करते हैं. इसकी रिपोर्ट सैटेलाइट्स के ज़रिये एजेंसी तक भेजी जाती है. भारत के चंद्रयान-3 का रोवर प्रज्ञान भी ऐसा ही करेगा. वो तस्वीरों सहित सब रिपोर्ट ISRO को सेंड करेगा. इस पर वैज्ञानिक रिसर्च करेंगे और चांद को समझने की कोशिश करेंगे.
हो सकता है वहां कोई बहुमूल्य धातु मिल जाए. उसे भी धरती तक लाने की कोशिश सभी स्पेस एजेंसियां करेंगी. इन सब चीज़ों की मदद से अंतरिक्ष को समझने में मदद मिलेगी. संभवत: फिर वहां से किसी और ग्रह या उपग्रह पर जाने या जीवन को खोजने की राह आसान होगी.